जोधपुर. प्रतिमाह लाखों रुपए की हरियाणा-पंजाब निर्मित शराब अवैध रूप से तस्करी कर राजस्थान-गुजरात में सप्लाई होती है। पुलिस ने कई बार अवैध शराब पकडऩे की कार्रवाई भी की लेकिन उसके बाद भी आज भी चोरी-छिपे हरियाणा-पंजाब निर्मित अंग्रेजी शराब राजस्थान-गुजरात में पहुंच रही है। इस तस्करी को कम करने के लिए अब गंगानगर शुगर मिल्स डिस्टलरी मंडोर जोधपुर ने भी बाजार में दो अंग्रेजी ब्रांड उतारे हैं तथा भविष्य में पांच-सात अंग्रेजी ब्रांड उतारने की तैयारी में है। जिसकी कीमत भी कम होगी। ऐसे में शुगर मिल्स का दावा है कि प्रदेश में हरियाणा-पंजाब से तस्करी कर अंग्रेजी शराब लाने के मामलों में कमी आएगी।
राजस्थान पर शराब पर एक्साइज ड्यूटी ज्यादा है तथा गुजरात में शराब पर रोक है। लेकिन हरियाणा-पंजाब में शराब पर एक्साइज ड्यूटी राजस्थान से काफी कम है। ऐसे में शराब तस्कर मुनाफे के चक्कर में हरियाणा-पंजाब निर्मित शराब अवैध रूप से तस्करी कर राजस्थान-गुजरात में सप्लाई करते हैं।
जिसे देखते हुए गंगानगर शुगर मिल्स डिस्टलरी मंडोर जोधपुर ने भी अंग्रेजी शराब के ब्रांड बाजार में उतारने शुरू किए। वर्तमान में व्हिस्की व जिन ब्रांड में उतारे है। जल्द ही ओर भी अंग्रेजी ब्रांड बाजार में उतारेंगे। जिनकी कीमत हरियाणा-पंजाब में निर्मित अंग्रेजी शराब जितनी होगी।
30 प्रतिशत रखने होंगे अंग्रेजी ब्रांड
जिले में २३८ मदिरा समूह द्वारा 302 देशी शराब की दुकानें संचालित की जा रही है। जिन्हें अब 70 प्रतिशत देशी व 30 प्रतिशत शुगर मिल्स निर्मित अंग्रेजी ब्रांड रखनी होगी।
इन्होंने कहा…
बाजार की डिमांड को देखते हुए अब देशी से अंग्रेजी शराब निर्माण की तरफ बढ़ रहे है। अभी बाजार में दो ब्रांड उतारे हैं। जल्द ही कई और ब्रांड भी बाजार में उतारेंगे। जिनकी कीमत हरियाणा-पंजाब निर्मित अंग्रेजी शराब जितनी होगी। राजस्थान में ही हरियाणा-पंजाब निर्मित शराब की कीमत में यहां अंग्रेजी शराब मिलेगी तो शराब तस्करी के मामलों में भी कमी आएगी।
– दिनेश गहलोत, सहायक आबकारी अधिकारी, गंगानगर सुगर मिल्स, जोधपुर
Source: Jodhpur