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Rajasthan News: ओसियां के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक पिपलाज माता मंदिर में स्थापित मूर्तियां साल 2013 में चोरी हो गईं थीं। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ समय बाद ही चोरों को गिरफ्तार कर मूर्तियां बरामद कर ली, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत मूर्तियों को मंदिर की जगह पुलिस थाने के मालखाने में रखवाया गया। यहां पुलिसकर्मी ही सुबह-शाम पूजा अर्चना करते थे।

थाने में ही होते थे दर्शन
वहीं माता के भक्त भी थाने में ही दर्शन करने आते थे। यहीं फेरी लगाते थे। शादी बाद लगने वाली जात भी थाने में ही होती थी। बच्चों के झड़ूले भी यहीं चढ़ते थे। पिपलाज मां शांडिल्य गोत्र की कुलदेवी हैं। कोर्ट के आदेश के बाद साल 2022 में मां की मूर्तियों को थाने के मालखाने मंदिर में स्थापित किया गया था। कस्बे में स्थित शांडिल्य गोत्र की कुल देवी पिपलाज माता की मूर्ति फरवरी 2013 में मंदिर से चोरी हुई थी। पिपलाज माता के साथ भगवान कुबेर और गणेश की मूर्तियों को भी चोर मंदिर से चुरा कर ले गए थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फरवरी में ही मथुरा से चोरी की गई मूर्तियों को बरामद करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया, लेकिन कानूनी प्रक्रियाओ के चलते 9 साल तक मूर्तियां ओसियां पुलिस थाने के मालखाने में ही रखीं रहीं।

कोर्ट ने सुनाया आदेश
इस दौरान शांडिल्य गोत्र के लोगों ने अपनी कुलदेवी की मूर्ति को फिर से मंदिर में विराजित करने को लेकर काफी संघर्ष भी किया। आखिरकार 21 फरवरी 2020 को तत्कालीन ओसियां मुंसिफ न्यायिक मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ सांदू ने फैसला सुनाते हुए पुरातत्व विभाग को मूर्तियों को पुन: मंदिर में विराजित करने के आदेश दिए थे। ऐसे में फरवरी 2022 में मूर्तियों को पुन: मंदिर में विराजित किया गया।

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Source: Jodhpur

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