जोधपुर. Jodhpur के Water Man के नाम से मशहूर एवं शहर के ऐतिहासिक जलस्रोतों की रख-रखाव कर आमजन को जागरूक करने वाले कैरॉन रानश्ले के पैर की कूल्हे का सफल ऑपरेशन मथुरादास माथुर अस्पताल में डॉ. अरूण वैश्य की टीम ने सफलतापूर्वक किया। पिछले छह साल से जोधपुर में रह कर Step Well Baori की सफाई में निस्वार्थ भाव से जुटे कैरॉन को जब सेवा की जरूरत महसूस हुई तो जोधपुर की अपणायत एक बार फिर सामने आई। पिछले पांच दिन में कई संगठन व लोग व्यक्तिगत रूप से उनकी मदद को पहुंचे हैं।
हो गए थे चोटिल
73 साल के कैरॉन मूल रूप से आयरलैंड के निवासी हैं और पिछले छह-सात साल से जोधपुर में रह रहे हैं। वे यहां की प्राचीन बावडि़यों की दुर्दशा देख कर काफी विचलित हुए तो सफाई में जुट गए। शहर की 10 से ज्यादा प्राचीन बावडि़यों की निस्वार्थ भाव से सफाई कर चुके हैं। पिछले दिनों ऐसे ही एक बावड़ी के समीप गिरने सेे उनके कूल्हे में चोट आई और एमडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया था।
पत्रिका ने उठाया था मामला
कैरॉन के अस्पताल में भर्ती होने और सेवा की दरकार का मामला पत्रिका ने उठाया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी यह वायरल हुआ और मदद के लिए कई संगठन आगे आए। उड़ान फाउंडेशन के वरुण धनाडिया बताते हैं कि पिछले चार दिन से लगातार जरूरत का सामान लेकर आते हैं। इसी प्रकार वीएचपी व गाइड संगठन से जुडे़ लोग भी सेवा के लिए पहुंचे।
ट्रस्ट ने निभाई जिम्मेदारी
मेहरानगढ़ म्यूजि़यम ट्रस्ट के महाप्रबन्धक जगतसिंह राठौड़ ने बताया कि डॉ. महेन्द्रसिंह तंवर को सूचना प्राप्त हुई कि कैरॉन दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। इस पर ट्रस्ट के मुख्य प्रबन्ध न्यासी व पूर्व सांसद गजसिंह ने सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। कैरॉन के जल संरक्षण के कार्य को ट्रस्ट भी लगातार प्रोत्साहित कर रहा है।
Source: Jodhpur