बाड़मेर। आजादी के 75 साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव के तहत राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की श्रंखला में मंगलवार को ओरण-गोचर क्षेत्र में अभियान मिट्टी के लड्डू के तहत देशज पौधों का बीजारोपण किया गया। ग्राम पंचायत इन्द्रोई स्थित लोक देवता पाबूजी मंदिर की ओरण-गोचर भूमि में ग्रामीणों ने सीड बॉल्स से देशज पौधे लगाकर घना बनाने की पहल में योगदान दिया।
पर्यावरण कार्यकर्ता भैराराम भाकर की पहल पर ग्रामीणों, युवाओं ने जाल के बीज रोपित किए। बीजारोपण की शुरूआत यहां पर हरियाली अमावस्या को केर की झाडिय़ों के सहारे जाल की सीड बॉल्स रोपित करने से हुई थी। अभियान में युवाओं ने काफी सहयोग किया। अब तक करीब 20 हजार बीज रोपित किए गए। यहां 70 हजार जाल और 30 हजार खेजड़ी के बीजारोपण का कार्य किया जा रहा है। पूरे क्षेत्र में जाल, खेजड़ी का बीजारोपण चरणबद्ध करने की योजना बनाई गई है। अभियान में अध्यापक छोटूसिंह सोढ़ा, श्रवणसिंह, राजाराम भील, पताराम, शंकराराम, मगसिंह सोढ़ा आदि ने सहयोग किया।
ओरण हमारी धरोहर
सीड बॉल्स से बीजारोपण की जानकारी देते हुए भाकर ने कहा कि ओरण-गोचर हमारी धरोहर है। यहां कई प्रजातियों की वनस्पति और जीव जंतुओं का आश्रय स्थल है। आस-पास क्षेत्र के लोग भी मवेशियों को चराने यहां आते है। हमें इस ओरण-गोचर जमीन में अधिकाधिक पेड़ पौधे विकसित कर हरा-भरा करने के लिए सदैव दृढ़संकल्प के साथ सहयोग करना चाहिए। भाकर के अनुसार पाबूजी मंदिर में दो साल पहले पड़ कार्यक्रम के दौरान गंगासिंह राठौड़, स्वरूपसिंह, जुंझारसिंह, नारायणसिंह, बालसिंह, उगमसिंह, प्रभुराम, भीमसिंह सहित ग्रामीणों ने एकजुट होकर 2000 बीघा की भूमि के ओरण से हरे वृक्ष काटने पर सर्वसहमति से प्रतिबंध लगाया था।
Source: Barmer News