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जोधपुर. लोक देवता बाबा रामदेव मेले के लिए जातरुओं के जोधपुर पहुंचने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है । गुजरात , मध्यप्रदेश सहित राजस्थान के विभिन्न जिलों से जातरुओं के समूह शहर के विभिन्न मार्ग पर नजर आने लगे है । जैसलमेर जिले के रामदेवरा और जोधपुर के मसूरिया बाबा रामदेव मंदिर में 29 अगस्त से शुरू होने वाले मेले से पूर्व ही आस्था का सैलाब उमड़ने लगा है। जुगाड़, ट्रैक्टर ट्रॉलियों व मोटरसाइकिलों पर क्षमता से अधिक व बगैर सुरक्षा इंतजाम के जातरू जोधपुर के मसूरिया मंदिर में शीश नवाने के बाद रामदेवरा प्रस्थान कर रहे है। परिजनों के साथ नन्हें बच्चों को साथ लेकर चल रहे जातरुओं की सुरक्षा भी बाबा के भरोसे है। सड़क हादसों को रोकने के लिए ना तो पैदल पाथ बना है और ना ही सड़कों की मरम्मत हुई है।

सुरक्षा के लिहाज से भी किसी भी तरह के प्रशासनिक इंतजाम अभी तक शुरू ही नहीं हुए हैं । बारिश में भीगकर बीमार होने वाले जातरुओं के लिए भी चिकित्सा व्यवस्था नहीं है। मसूरिया में बाबा रामदेव मंदिर का प्रबंधन करने वाले पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान ने बताया कि बारिश के बावजूद बड़ी संख्या जातरुओं के पहुंचने का क्रम लगातार बना हुआ है। मेले का विधिवत ध्वजारोहण 27 अगस्त को होगा ।

जुगाड़ बन सकते है परेशानी

पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े महाकुंभ रामदेवरा मेले में इस बार एक पखवाड़े पहले से ही पड़ोसी राज्यों एवं प्रदेश के कोने – कोने से रामदेवरा के लिए जोधपुर पहुंच रहे जातरुओं के लिए खचाखच भरे जुगाड़ वाहन किसी दुर्घटना का सबब बन सकते है । एक जुगाड़ में करीब 20 से 25 जातरू अपनी जान जोखिम में डालने के साथ पैदल चलने वाले जातरुओं के लिए भी खतरा बन सकते हैं । बारिश के बाद धंसी सड़कें व खड्डों के बीच जुगाड़ जैसे वाहन जातरुओं के लिए परेशानी का कारण बन सकते है ।

Source: Jodhpur

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