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यहां पर बिना सुविधाएं ही खिलाड़ी दमखम दिखाते हुए आगे बढ़ते हुए थार का नाम रोशन कर रहे है। खिलाडिय़ों को सुविधाएं मिल जाए तो खेलों को बाड़मेर नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। लेकिन जिले में खिलाडिय़ों को सुविधाएं नहीं मिलती है। यहां तक की जिला मुख्यालय पर भी नियमित अभ्यास के लिए आने वाले विभिन्न खेलों के खिलाड़ी मैदान तक को तरस रहे हैं।
बाड़मेर शहर का स्टेडियम खिलाडिय़ों के लिए अभ्यास का प्रमुख स्थान है। यहीं पर स्पर्धाएं आयोजित की जाती है। लेकिन यहां पर सुविधाओं को बढ़ाना तो दूर उनका रखरखाव भी ठीक तरह से नहीं होता है। इसका उदाहरण यहां इंडोर स्टेडियम के साथ बाहर के स्टेडियम परिसर में साफ नजर आता है। रोजाना अभ्यास के लिए यहां आने वाले खिलाड़ी मजबूरी में जहां पर जगह मिलती है, वहां अभ्यास कर रहे हैं। हॉकी के खिलाड़ी मैदान को तरस जाते हैं, तो बैंडमिंटन के हॉल की दीवारें जर्जर हालात दिखाती है। ऐसे में खेल के विकास की तस्वीर नजर नहीं आती है। लेकिन यहां के खिलाडिय़ों का हौसला बुलंद है, जो कठिनाइयों को पार करते हुए अपने दम पर थार के नाम रोशन करने में जुटे हैं।
इंडोर हॉल में मंडराता खतरा
स्टेडियम परिसर के इंडोर खेलों के हॉल की छत गिर रही है। वहीं यहां की दीवारों की हालात जर्जर नजर आती है। यहां खेल रहे खिलाड़ी खेल पर फोकस नहीं कर पाते है। आशंका रहती है कि कहीं छत का कोई हिस्सा नहीं गिर जाए। रविवार को यहां पर कई खिलाड़ी बैडमिंटन का अभ्यास करते दिखे।
मैदान में पसरा कीचड़
स्टेडियम के मैदान में अभी तक कीचड़ पसरा है। यहां पर कोई आयोजन नहीं होते हैं तब तक मैदान की कोई देखभाल करने वाला भी नहीं है। जबकि खिलाड़ी नियमित रूप से यहां अभ्यास के लिए आते है। लेकिन खिलाडिय़ों को सुविधाएं देने के लिए कोई भी यहां आगे आता नजर नहीं आता है। कई खिलाड़ी दौड़ के अभ्यास तो कोई हॉकी खेलने के लिए यहां आए हुए थे। लेकिन मैदान परिसर में कीचड़ फैला दिखा।
कहां खेले मैदान ही नहीं
यहां पर हम नियमित रूप से हॉकी के अभ्यास के लिए आते है। कुल 20 खिलाड़ी है, जो हमेशा आते हैं। लेकिन सुविधाएं नहीं होने से परेशान होते हैं। कम से कम यहां पर हॉकी के लिए अच्छा मैदान ही मिल जाए तो अभ्यास बढिय़ां हो जाए। जिससे बाड़मेर के खिलाडिय़ों को आगे बढऩे के अवसर मिल सके।
कोमल, हॉकी खिलाड़ी

ट्रैक सही नहीं है
स्टेडियम में टै्रक सही नहीं है। अभ्यास कहां पर करें। मैदान परिसर में कीचड़ फैला हुआ है। कहीं पर दौड़ भी नहीं पाते हैं। लम्बे समय से यहां टै्रक खराब पड़ा है। खिलाडिय़ों को सुविधाएं मिलनी चाहिए। जिससे वह आगे बढ़ पाएंगे। सरकार को इस बारे में विचार करते हुए खिलाडिय़ों के लिए सुविधा बढ़ानी होगी।
ओमी विश्नोई, खिलाड़ी

Source: Barmer News

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