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जोधपुर. कोरोनाकाल के 2 साल बाद 5 सितम्बर को होने वाले Khejadli Fair की तैयारियां पूरी कर ली गई है। खेजड़ली शहीद मेला अमृता देवी शहीदी पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मलखान सिंह विश्नोई ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि पेड़ों की रक्षार्थ 292 वर्ष पूर्व 363 महिलाओं-पुरुषों के बलिदान को भादवे की दशमी को याद किया जाता है। विश्नोई ने बताया कि इस बार दर्शनार्थियों के लिए मेला परिसर में सुगम व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि खेजड़ली स्मारक परिसर के 50 बीघा जमीन पर भव्य आकर्षक गार्डन निर्माण की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए Gujrat के विशेषज्ञों से बातचीत हो चुकी है। करीब एक माह में योजना का क्रियान्वयन होने की उम्मीद है। जोधपुर इॅको पर्यटन के लिए यह सबसे बड़ी उपलिब्ध होगी।

खेजड़ली में तालछापर की तर्ज पर अभ्यारण्य का निर्माण हो
मलखान सिंह ने बताया कि पिछले एक दशक में खेतों में तारबंदी के कारण बड़ी संख्या में वन्यजीवों की संख्या में गिरावट आई है। गुड़ा कंजर्वेशन रिजर्व की तर्ज पर खेजड़ली में भूमि का आवंटन हो ताकि ऐतिहासिक भूमि पर तालछापर की तर्ज पर एक भव्य अभ्यारण्य का निर्माण हो सके जहां पर चिंकारे, काले हरिण आदि सभी तरह के वन्यजीव सुरक्षित परिसर में रह सके। उन्होंने राज्य सरकार से खेजड़ली में वन्यजीवों के लिए भूमि आवंटन की मांग की। मुख्यमंत्री बजट घोषणा में 50 लाख की स्वीकृति से खेजड़ली में अमृतादेवी की याद में पैनोरमा बन चुका है।

पॉलीथिन मुक्त रहेगा खेजड़ली मेला परिसर
विश्व प्रसिद्ध खेजड़ली मेला पूर्ण रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त रहेगा। पर्यावरण प्रेमी खमुराम बिश्नोई ने बताया कि मेले में किसी प्रकार की पॉलीथिन,प्लास्टिक के गिलास,कप और प्लेटों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
363 खेजड़ली के शहीदों को श्रद्धांजलि आज
गुरु जम्भेश्वर वन्य जीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान बिश्नोई कमांडो फोर्स की ओर से रविवार शाम नई सड़क चौराहे पर 363 दीप जलाकर 363 खेजड़ली के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। संस्थान प्रदेशाध्यक्ष पुखराज खेड़ी ने बताया कि कार्यक्रम में पर्यावरण प्रेमी भाग लेंगे।

Source: Jodhpur

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