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बॉर्डर पर चलेगी अब दूसरे फेरे में यह रेल

गडरारोड़,
सीमावतीज़् ग्रामीणों का लंबे समय का इंतजार बुधवार को समाप्त हो गया जब रेलवे विभाग द्वारा उनकी बहुप्रतीक्षित मांग बाड़मेर-मुनाबाव साधारण रेल के दूसरे फेरे को अनुमति मिल गई।
इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की खुशी की कोई सीमा नहीं रही और सोशल मीडिया के जरिये बधाई एवं डीआरएम जोधपुर का आभार जताया।
गौरतलब हो 8 जून 2015 को ग्रामीणों की मांग पर 3 माह रेल का दूसरा फेरा शुरू किया था। जो 31 अगस्त को बन्द होने के बाद ग्रामीण लगातार इस रेल को शुरू करने की मांग कर रहे थे।
प्रतिवषज़् 9 सितम्बर को गडरारोड़ में आयोजित रेलवे शहीद मेले में भी रेल के दूसरे फेरे की मांग प्रमुखता से की जाती रही।
पत्रिका अभियान से ग्रामीणों की मांग हुई मुखर:-
कोरोनाकाल के बाद बन्द हुई रेल सेवाओं के बाद पत्रिका ने सीमावतीज़् ग्रामीणों की पीड़ा को उजागर करते हुए लगातार समाचार प्रकाशित किये। पत्रिका अभियान में “पश्चिमी सीमा से 56 साल से एक संदेश-” और “सस्ते सुगम साधन पर लगा हुआ है ताला, “भारत-पाक रेलमागज़् पर छुक छुक की आवाज बंद!” शीषज़्क से अभियान चलाया।
रेलवे शहीद मेले में बतौर मुख्य अतिथि पंहुची डीआरएम गीतिका पाण्डे से पत्रिका ने दूसरे रेल फेरे सहित गडरारोड में रेलवे शहीद स्मारकों को विशेष पहचान दिलाने की मांग रखी गई।
ग्रामीणों की बहुप्रतीक्षित मांग पर डीआरएम गीतिका पांडे ने लगाई मुहर
अब 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक बाड़मेर-मुनाबाव के बीच विशेष रेल चलेगी। रेलवे ने आदेश जारी कर बताया कि गाड़ी संख्या 04803 बाड़मेर-मुनाबाव रेलगाड़ी
बाडमेर से शाम 6:45 पर रवाना होकर
जसाई- 7.02
भाचभर-7.20
रामसर- 7.32
गागरिया-7.43
गडरारोड-7.57
लीलमा-8.11
जैसिंधर-8.22
मुनाबाव-9.00
वापसी में यह मुनाबाव से
04804 मुनाबाव- बाड़मेर रेलगाड़ी
मुनाबाव से रात्रि -9.30 पर
जैसिंधर-9.43
लीलमा-9.55
गडरारोड-10.08
गागरिया-10.24
रामसर-10.34
भाचभर-10.47
जसाई-11.05
बाडमेर-11.40 पहुँचेगी।
वैसे यह डेमो रेल जोधपुर से दोपहर 1 बजे रवाना होकर 6 बजे बाड़मेर पहुँचती हैं जिसे आगे मुनाबाव तक बढाया गया है। वापसी में भी मुनाबाव से बाड़मेर पहुँचने के बाद सीधे जोधपुर के लिए जाएगी।

Source: Barmer News

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