Posted on

बाड़मेर. थार में मलेरिया भयंकर रूप से फैल रहा है। रोजाना के 8-10 नए केस मिल रहे हे। बुखार पीडि़तों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन सैकड़ों में है। मलेरिया पर नियंत्रण के लिए अभी तक कोई विशेष प्रयास नहीं होने से रोग बढ़ता जा रहा है।
बाड़मेर में मलेरिया का प्रकोप शहर से लेकर गांवों तक फैल चुका है। अस्पताल में बुखार के मरीजों की ही भरमार है। बड़े से लेकर बच्चों तक को मलेरिया प्रभावित कर रहा है। पहले वायरल का असर ज्यादा देखा जा रहा था, अब मलेरिया के रोगी अधिक मिल रहे है।
जैसलमेर सर्वाधिक प्रभावित
पूरे राजस्थान में जैसलमेर में सबसे अधिक मलेरिया फैला हुआ है। यहां पर अब तक 173 से अधिक पॉजिटिव केस मिल चुके है। वहीं दूसरा नम्बर बाड़मेर का है, जहां पर 85 मामले और उदयपुर प्रदेश में तीसरे स्थान पर है, जहां पर 81 रोगी सामने आए है। प्रदेश के तीन जिलों में मलेरिया का भयंकर प्रकोप है। यह आंकड़े चिकित्सा विभाग के है। इसके अलावा निजी में सैकड़ों मरीज रोजाना मलेरिया की जांच करवा रहे है। ऐसे मरीजों के आंकड़े विभाग के पास नहीं है।
दो साल बाद फिर कहर
पिछले दो सालों में थार में मलेरिया में कमी देखी गई थी। विशेषज्ञ बताते हैं कि मलेरिया प्रत्येक तीसरे साल आता रहा है। वहीं अच्छी बरसात भी इसका एक कारण माना जा रहा है। बरसात के बाद गांव व शहरों में भी जगह-जगह पानी का भराव अधिक होने के कारण मलेरिया के मच्छर पनप रहे हैं। इसके कारण फैलाव बढ़ा है। थार में मलेरिया की रोगी सितम्बर महीने में अचानक बढ़े है। कई दिन तो ऐसे भी रहे जब एक ही दिन में 15 मलेरिया रोगी मिले है। राहत की बात यह है कि अभी जो रोग मिले हैं, उनमें मलेरिया पीवी है, जो पीएफ जितना घातक नहीं है। इसलिए समय पर उपचार लेने पर मरीज स्वस्थ हो रहे हैं।
मलेरिया से बचाएंगी ये सावधानियां
-मच्छरों को घर के अंदर या बाहर पनपने से रोकें
-आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें
-घर के हर कोने पर समय-समय पर कीटनाशक छिड़काव करवाते रहें
-मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
-घर के आसपास पानी का भराव नहीं होना चाहिए
मलेरिया के प्रमुख लक्षण
-तेज कंपकंपी के साथ बुखार
-सिरदर्द और गले में खराश
-अधिक पसीना आनाव थकान
-बैचेनी के साथ उल्टी होना
मलेरिया : 20 से अधिक रोगी वाले जिले
जैसलमेर : 177
बाड़मेर: 83
उदयपुर : 81
पाली : 40
अलवर : 30
चूरू : 27
बांसवाड़ा : 20
(आंकड़े 30 सितम्बर-2022 तक)

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *