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बिलाडा। आर्थिक परेशानियों व अन्य कारणों के चलते नाबालिग लड़की की शादी कर जिम्मेदारी से मुक्त होना कभी-कभी उल्टा पड़ जाता है। जिसके परिणामस्वरूप बच्ची को जिदंगी भर बाल विवाह का दंश झेलना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला निकटवर्ती ग्राम पंचायत जैतीवास में बच्चों के अधिकारों को लेकर सरकार की ओर से बाल अधिकारिता विभाग, यूनिसेफ एवं पीसीसीआरसीएस की ओर से चलाए जा रहे बाल संरक्षण संकल्प यात्रा ग्राम भ्रमण घर-घर दस्तक के दौरान देखने को मिला।

18 साल की सीमा (परिवर्तित नाम) बताती है कि जब मैं 15 साल की थी तो मेरे भाई की शादी नहीं होने से भाई के साथ मेरा भी आटा-साटा में रिश्ता किया गया। ससुराल वाले आए दिन मारपीट करते, जिससे ससुराल से पीहर आ गई और भाई का रिश्ता भी टूट गया। एक साल बाद फिर भाई के साथ उसकी आटा-साटा के तहत दूसरी शादी हुई। वहां भी पति के शराब पीकर मारपीट करने से परेशान होकर वापस पीहर आ गई। सीमा के 4 साल का एक बेटा है, जो आंगनवाड़ी में पढता है। सीमा पिता के साथ मजदूरी कर अपने बच्चे का पालन पोषण कर रही है। बाल मित्रों ने परित्यक्ता पेंशन योजना के तहत आवेदन कराने की कवायद शुरू की।

देवासियों का बास की 66 वर्षीय विच्छु देवी ने बताया कि मेरे दो बेटे ओम प्रकाश 30 वर्ष एवं सूरजाराम 28 वर्ष हैं, दोनों बचपन से ही मानसिक व शारीरिक दिव्यांग होने के साथ बचपन से ही अंगुली नहीं आने के कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। आधार नहीं होने से ओमप्रकाश और सूरजाराम का दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। जिससे दिव्यांग पेंशन के लाभ से वंचित है। बाल म़ित्रों से विच्छु देवी ने गुहार लगाई है कि किसी तरह दिव्यांग प्रमाण पत्र बन जाए तो पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जाये। जिस पर बाल मित्रों ने विशेष केस बनाकर बाल संरक्षण मेला में कार्यवाही कराने की सांत्वना दी।

ग्राम पंचायत भवन में संगोष्ठी का आयोजन
बाल संरक्षण यात्रा गुरूवार को जैतीवास पहुंची। सरपंच मनोहरसिंह भाटी की अध्यक्षता में पंचायत सदस्यों के साथ बैठक आयोजित कर पूर्व में गठित ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण कमेटी का पुनर्गठन कर सभी सदस्यों का क्षमता वर्धन किया गया। यात्रा समन्वयक कैलाश सैनी ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को चिन्हीकरण कर योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित करवाने पर विस्तार से चर्चा की। वहीं विभिन्न नवाचारों के माध्यम से बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई।

14 सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आवेदन की प्रक्रिया शुरू
यात्रा दल की ओर से ग्राम भ्रमण के दौरान घर-घर दस्तक देकर बाल हिंसा, बाल विवाह, बालश्रम एवं बाल तस्करी जैसी बुराईयों के विरुद्ध आमजन का जागरूक करते हुए 14 सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के वंचित पात्र व्यक्तियों का आवेदन आनलाइन कराने की प्रक्रिया प्रारम्भ की। इस दौरान इंद्रा परिहार, उप सरपंच धन्नाराम, सुखी, रमा देवी, मोहनी देवी, मंजु देवी, निशा शर्मा, दीपा देवी, सुवा, सुगना, ममता देवी सहित यात्रा दल के बाल मित्र उपस्थित रहे।

Source: Jodhpur

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