बाड़मेर. दिवाली के ठीक 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है, इस बार यह 8 नवम्बर को होगी। लेकिन देव दिवाली के दिन चंद्रगहण होने के कारण 7 नवम्बर को ही मंदिरों में दीपमालिका सजाई जाएगी और दीपदान होगा। उल्लेखनीय है कि इस बार दीपावली पर सूर्यग्रहण था और देव दिवाली पर चंद्रगहण है। एक पखवाड़े में दो ग्रहण होना शुभ नहीं माना गया है।
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण देव दीपावली के दिन लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देने के कारण इसका सूतक भी लगेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाएगा। ग्रहण की शुरुआत भारतीय समयानुसार दोपहर 2.41 बजे से होगी। शाम 6.18 बजे तक ग्रहण रहेगा। भारत में ग्रहण चंद्रोदय के साथ शाम 5.32 बजे से लगेगा। ग्रहण का सूतक सुबह 8.20 बजे से शुरू होकर शाम 6.18 बजे समाप्त होगा। चंद्रग्रहण मेष राशि में होगा।
यहां पर दिखेगा चंद्रग्रहण
भारत में केवल पूर्वी हिस्सों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। जबकि देश के बाकी हिस्सों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा। पूर्ण चंद्रग्रहण कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी, काठमांडू, टोक्यो, मनीला, बीजिंग, सिडनी, जकार्ता, मेलबर्न, सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन डीसी, न्यूयॉर्क शहर, लॉस एंजिल्स, शिकागो और मेक्सिको सिटी में दिखाई देगा।
ऐसा पहली बार
ऐसा संभवत: पहली बार हो रहा है जब कार्तिक पूर्णिमा से एक दिन पहले ही देव दीपावली मनाई जाएगी। पूर्णिमा की उदित तिथि की बजाय एक दिन पहले 7 नवम्बर को देव दिवाली के दीपक जलाए जाएंगे।
शुभ नहीं है एक पखवाड़े में दो ग्रहण
ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि एक पखवाड़े में दो ग्रहण शुभ नहीं है। खासकर दिवाली पर्व के मौके पर आए सूर्य और अब चंद्रग्रहण के नकारात्मक प्रभाव भविष्य में नजर आ सकते हैं।
Source: Barmer News