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महेन्द्र त्रिवेदी
बाड़मेर. साल-दर-साल सड़कों पर हजारों नए वाहन जुड़ रहे है और सड़कें सिकुड़ती जा रही है। कुछ साल ऐसे ही चला तो शायद सड़कों पर वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाएगा। वहीं पैदल चलने वालों को संभव है कि कहीं जगह ही नहीं मिले। सबसे अधिक दुपहिया वाहन बढ़ रहे है। बाड़मेर परिवहन विभाग का पंजीयन आंकड़ा बताता है कि पिछले पांच सालों से औसतन 12-13 हजार नए दुपहिया वाहन सड़कों पर उतर रहे हैं। जरूरत के अनुसार सड़कों की चौड़ाई बढऩी चाहिए, लेकिन यहां तो सड़कें सिकुड़ती जा रही है। पार्किंग का प्लान नहीं होने से शहर में हर तरफ वाहनों का जमावड़ा है। शहर के गली-मोहल्ले वाहनों से भरे दिखते हैं।
शहर में वाहनों का रैला लगातार बढ़ता जा रहा है। शायद ही कोई रास्ता हो जो आसानी से पार किया जा सकता है। सड़कों पर वाहनों का दबाव बेतहाशा रूप से बढ़ता जा रहा है। माने जाए तो सड़कों की सांस रुक रही है। सुबह और शाम के वक्त आज बाड़मेर शहर में भी वाहनों का रैला दूर से दिख जाता है। इसके कारण प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है।
सड़कों पर दुपहिया का राज
शहर की सड़कों पर दुपहिया का राज है। जिला परिवहन विभाग बाड़मेर (आरजे-04) से पंजीकृत होने वाले दुपहिया वाहनों का आंकड़ा साल में औसतन 12-13 हजार है। प्रत्येक साल जिस तरह वाहनों की संख्या सड़कों पर बढ़ रही है, उस के मुकाबले बाड़मेर में सड़कें वाहनों का दबाव नहीं झेल पा रही है। नतीजा यह हो रहा है कि जाम की स्थिति बन रही है। बेतरतीब वाहन और उस पर जमावड़ा वाहन चालकों के साथ राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। बाड़मेर में अब कुल वाहन पंजीयन 254074 में 163268 तो केवल दुपहिया ही है। कुल पंजीकृत समस्त वाहनों में आधे से अधिक हिस्से पर केवल दुपहिया का कब्जा है।
सर्वाधिक दुपहिया वाहन, कार दूसरे नम्बर पर
वाहनों में सबसे अधिक दुपहिया सड़कों पर आ रहे है। इसमें बाइक व स्कूटर शामिल है। अब ईवी का चलन भी बढ़ता जा रहा है। पिछले दो सालों से लोग ईवी की तरफ बढ़े हैं। दूसरे नम्बर पर सड़कों पर उतरने वाला वाहन कारें है। इसके बाद हालांकि ट्रैक्टर है, लेकिन ये गांवों में ज्यादा है। शहर में माने तो तीसरे नम्बर पर ऑटो है। सड़कों पर इनकी संख्या बेशुमार बढ़ती जा रही है।
एक्सपर्ट व्यू—फोटो
बाड़मेर शहर में सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए ट्रॉफिक मैनेजमेंट बेहतर करने की जरूरत है। लोगों को भी यातायात के नियम पालन करने चाहिए। जिससे यातायात का सुचारू संचालन आसानी से हो सकता है। कई स्थानों पर जहां दिक्कतें है, उनको दुरुस्त भी करना होगा। शहर मेे पार्किंग प्लेस नहीं है, नगर परिषद को इसके लिए योजनाबद्ध कार्य करने की जरूरत है। जहां वाहनों की आवाजाही ज्यादा है, वहां पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवानी होगी। इससे शहर व्यवस्थित नजर आएगा। साथ ही वेंडिंग और नॉन वेंडिंग जोन की शहर को सबसे अधिक जरूरत है। वाहनों के बिना रुकावट संचालन के लिए कुछ व्यवस्थाएं निकाय और प्रशासन को करनी चाहिए। जिससे भविष्य में भी वाहनों के बढऩे पर भी संचालन सुचारू हो सके।
-रामकुमार जोशी, उपाध्यक्ष थार सड़क सुरक्षा समिति बाड़मेर
पिछले पांच सालों में प्रत्येक वर्ष सड़कों पर बढ़े नए वाहन
साल बाइक-स्कूटर कुल वाहन
2018 13085 18701
2019 13504 18818
2020 12847 19061
2021 12791 18371
2022* 10679 15844
(*अक्टूबर तक)

Source: Barmer News

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