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बाड़मेर. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी की ओर से जिला परिषद की साधारण सभा के दौरान शनिवार को पीएमओ को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ समस्त चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं संलग्न चिकित्सालय समूह बाड़मेर के बैनर तले चिकित्सा कार्मिक रविवार को विरोध पर उतर आए। दोपहर बाद प्रदर्शन करते हुए बड़ी संख्या में चिकित्सक व कार्मिक कलक्टर आवास के बाहर पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
सार्वजनिक रूप से माफी मांगे केंद्रीय मंत्री
चिकित्सकों ने मांग करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अपनी टिप्पणी के लिए सावर्जनिक रूप से माफी मांगे। ऐसा नहीं करने पर कार्य बहिष्कार किया जाएगा। चिकित्सकों के प्रदर्शन को देखते हुए एसडीएम मौके पर पहुंचे, उनको मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
कार्य बहिष्कार की चेतावनी, टिप्पणी की निंदा
ज्ञापन में बताया कि केंद्रीय मंत्री की ओर से चिकित्सकों के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है, जिसकी निंदा की जाती है। समस्त चिकित्सा कार्मिकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इससे चिकित्सा टीम हत्सोहित हुई है। जबकि बाड़मेर के चिकित्सकों और कार्मिकों ने केंद्र और राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोविड महामारी में खुद व परिवार की परवाह किए बिना रात-दिन मरीजों के जीवन बचाने में जुटे रहे। जनप्रतिनिधि की अमार्यादित टिप्पणी से उनकी भावनाएं आहत हुई है। केंद्रीय मंत्री के इस मामले में माफी नहीं मांगने पर कार्य बहिष्कार किया जाएगा और काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।
मंत्री ने साधारण सभा में यह कहा था
जिला परिषद की साधारण सभा के दौरान शनिवार को चिकित्सा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने पीएमओ को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि अस्पतालों के टायलेट में गदंगी के कारण स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार पड़ सकता है, तो रोगी की स्थिति तो और बिगड़ जाएगी। इसके लिए पीएमओ जिम्मेदार है पीएमओ को अस्पताल के टायलेट में आधा घंटा बंद रखना चाहिए, तब उन्हें हकीकत का पता चलेगा कि सफाई के क्या हालात है।

Source: Barmer News

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