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जोधपुर. राजस्थान के राज्य पक्षी ग्रेट इंडियन बस्टर्ड गोडावण का कुनबा बढ़ाने के प्रयास और संरक्षण के लिए करोड़ों खर्च करने के बावजूद प्रयासों को आशातीत सफलता नहीं मिल रही है। पिछले 12 माह में 8 से अधिक राज्य पक्षी बे-परवाही की भेंट चढ़कर काल कवलित हो चुके है।

Godawan Great Indian Bustard

सम में निकल रहा दम

जैसलमेर के सम केन्द्र में वर्ष 2021 में 6 जून, 12 जुलाई, 8 अक्टूबर, 27 अक्टूबर को गोडावण की मौत हो चुकी है। इस साल भी 14 अक्टूबर, 20 अक्टूबर और 7 नवम्बर को गोडावण की मौतें हुई है। पूरे प्रोजेक्ट की विशेष मोनेटरिंग की जरूरत है।

पानी को तरस रहा हमारा राज्यपक्षी

भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून व वन विभाग राजस्थान सरकार के सयुंक्त रूप से रामदेवरा में संचालित गोडावण संरक्षण व प्रजनन केंद्र में अभी तक सुचारू जलापूर्ति नहीं होने के कारण हमारा राज्यपक्षी पानी को तरसने पर मजबूर है।

ऐसे तो कैसे बचेगा राज्यपक्षीगोमत, रामदेवरा के पास संरक्षण प्रजनन केन्द्र में जैसलमेर सम से 9 गोडावण के चूजे शिफ्ट किए जा चुके है लेकिन केन्द्र में जलापूर्ति एक साल से ठप है। पीएचइडी अधिकारियों से निवेदन कर चुके है लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।

-डॉ. श्रवणसिंह राठौड़, वेटेरेनिरी साइंटिस्ट, गोडावण संवर्द्धन एवं प्रजनन केन्द्र, सम रामेदवरा।

अब नहीं चेते तो बदलना पड़ सकता है राज्यपक्षी

राज्य पक्षी गोडावण की संख्या पिछले एक दशक से मात्र दो अंकों के आसपास ही अटकी है । पवन चक्कियों की अंधाधुंध स्थापना सहित बस्टर्ड विचरण स्थलों पर फैलता हाइटेंशन बिजली के तारों का जाल लुप्त हो रहे पक्षी के लिए जानलेवा साबित हो रहा है । यही हाल रहा तो भविष्य में राजस्थान के राज्य पक्षी को बदलना पड़ सकता है।

बर्ड डायवर्टर लगा रहे हैजिला कलक्टर ने नवम्बर माह के अंत तक गोडावण प्रजनन केन्द्र में पानी की समस्या सुलझाने का आश्वासन दिया है। अभी दोनों केन्द्र में मिलाकर कुल 23 गोडावण के चूजे है। गोडावण प्राकृतवास से गुजरने वाली लो वोल्टेज पॉवर लाइन अंडरग्राउंड किया जा रहा है। जो नहीं हो पा रही वहां बर्ड डायवर्टर लगाए जा रहे है।

-आशीष व्यास, उप वन संरक्षक, डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर

Source: Jodhpur

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