बाड़मेर. शहर की नंदी गोशाला में अभी भी 32 पशु बीमार हैं जिनको निमोनिया व अन्य सर्दी जनित रोग हैं। 3 पशुओं की शुक्रवार को भी मौत हुई है। चारे-पानी और उपचार के इंतजाम को पुख्ता करने के लिए जिला कलक्टर अंशदीप नंदी गोशाला पहुंचे और आगामी एक महीने तक हर दूसरे दिन रिपोर्ट करने के निर्देश संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग को दिए हैं। साथ ही बीमार हो रहे पशुओं में मृत्युदर कैसे कम हो सकती है, इसके लिए भी टीम को निर्देशित किया।
नगर परिषद की ओर संचालित नंदी गोशाला में करीब 100 बेसहारा गोवंश की मौत के मामले में सीएमओ कार्यालय सख्त हो गया। पशुपालन विभाग के निदेशक बाड़मेर पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक से मोबाइल के जरिए जानकारी जुटा रहे हैं।
इधर, जिला कलक्टर अंशदीप नंदी गोशाला पहुंचे और एक-एक कार्मिक व अधिकारी से विस्तृत जानकारी जुटाई। साथ ही स्थानीय पशु चिकित्सकों से पशुओं के मरने का ठोस कारण पूछा।
इस पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.गंगाधर शर्मा एवं अन्य पशु चिकित्सकों ने पॉलीथिन खाने एवं निमोनिया से गायों की मौत होना बताया।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। निरीक्षण के दौरान नगर परिषद सभापति दिलीप माली समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
संयुक्त निदेशक प्रतिदिन जाएंगे गोशाला
पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक डॉ.गंगाधर को स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि प्रतिदिन सुबह10 से शाम 5 बजे तक नंदी गोशाला में रहकर प्रत्येक तथ्य पर फोकस करेंगे। नंदी गोशाला की सम्पूर्ण रिपोर्ट पशुपालन निदेशक व जिला कलक्टर को देनी है।
एक हजार बेसहारा पशु
नंदी गोशाला में वर्तमान में 1040 पशु हैं। यहां पशुओं के लिए फिलहाल उचित चारा-पानी के इंतजाम किए गए हंै। साथ ही सर्दी के मौसम को देखते हुए छप्पर बनाए जा रहे हैं।
हर दूसरे दिन रिपोर्ट लूंगा
मैने नंदीगोशाला का विजिट किया। यहां चारे-पानी का इंतजाम सही पाया गया। बीमार पशुओं के उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही हर दूसरे दिन इसकी रिपोर्ट ली जाएगी। व्यवस्था में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
– अंशदीप, जिला कलक्टर
Source: Barmer News