लक्की ड्रा से करोड़पति बनाने का झांसा देकर ठगी करने के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी लिंक भेजकर लोगों से ठगी करते थे। पुलिस ने एक आरोपी को अलवर तथा दूसरे को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है।
मामले के अनुसार जोगाराम पुत्र ठाकराराम निवासी जांदुओं का तला चौहटन ने रिपोर्ट दी थी कि उसके बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा चौहटन में खाता है। उससे उसका मोबाइल नंबर भी जुड़ा है। इसी नंबर पर फोन-पे भी है। गत 11 अक्टूबर शाम को फोन आया और किसी विकाससिंह ने चैट करते हुए कहा कि उसके खाते नंबर में 98 हजार रुपए ट्रांसफर करो, आपके नाम से लक्की ड्रा के रूप में एक करोड़ खाते में भेज दिए जाएंगे। इसके बाद चैट हुई तो उसने दो लिंक भेजे। जैसे ही लिंक पर ओपन किया पहली बार 20 हजार और दूसरी बार 78 हजार रुपए खाते से ट्रांसफर हो गए। इसके बाद संबंधित विकास सिंह को उसके नंबर पर फोन किया तो उसका मोबाइल बंद आया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
तकनीकी अनुसंधान से पुलिस पहुंची ठगों तक
साइबर अपराधों की रोकथाम व वांछित अपराधियों की दस्तयाबी को लेकर चौहटन थानाधिकारी भुटाराम के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी अनुसंधान और पीडि़त के बताए मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। टीम ने आरोपी विकाससिंह पुत्र मुकेशसिंह निवासी गांव चन्नोटा जिला जबलपुर मध्य प्रदेश व ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य कृष्णा चौधरी पुत्र बीजेन्द्रसिंह निवासी नेहरू नगर, एन.ई.बी पुलिस थाना एन.ई.बी जिला अलवर को गिरफ्तार किया। पुलिस मामले के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पूछताछ कर रही है।
यह रहे टीम में शामिल
स्पेशल टीम में चौहटन थानाधिकारी के अलावा सहायक उपनिरीक्षक सुभान अली, कांस्टेबल कमलेश कुमार, सुरेंद्र कुमार व मूलाराम तथा हैड कांस्टेबल डीसीआरबी बाड़मेर महिपालसिंह व कांस्टेबल डीसीआरबी भूपेंद्र सिंह शामिल रहे।
सतर्कता से रुक सकते हैं साइबर अपराध
पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है। किसी भी लिंक को ओपन नहीं करें, जब तक कि उसके बारे में पूरी जांच-पड़ताल नहीं हो जाए। अनजान लोगों की ओर से भेजे गए लिंक से ठगी होने का पूरा खतरा रहता है। साइबर अपराध को रोकने के लिए लोगों का सतर्क होना बहुत जरूरी है।
Source: Barmer News