जोधपुर।
बजरी माफिया (Bajari mafia) में आपसी रंजिश के चलते माता का थान चौराहे (Firing at mata ka than circle) के पास फायरिंग व जानलेवा हमले (Firing and attempt to murder) के मामले में गिरफ्तार एक युवक से फायरिंग की पुष्टि होने के बाद गुरुवार को मौका तस्दीक कराकर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया। उसका साथी अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
सहायक पुलिस आयुक्त (मण्डोर) राजेन्द्र प्रसाद दिवाकर ने बताया कि आपसी रंजिश के चलते गत 14 दिसम्बर की सुबह माता का थान चौराहे के पास बजरी माफिया के दो पक्षों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमले किए थे। ओमप्रकाश जाट ने सैलून दुकान में बैठे सागर बिश्नोई पर चार राउण्ड फायर किए थे, लेकिन गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ था। फायरिंग के जवाब में सागर व उसके भाइयों ने ओमप्रकाश को उसकी एसयूवी सहित कुचलने का प्रयास किया था। फिर उस पर जानलेवा हमला कर दिया गया था। मूलत: खातियासनी हाल शिकारगढ़ निवासी ओमप्रकाश रलिया को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। उसे पुलिस सुरक्षा में मौके पर ले जाया गया, जहां फायरिंग व हमले की तस्दीक कराई गई। तत्पश्चात उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए।
जांच व सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट हुआ कि ओमप्रकाश ने ही पहले सागर पर फायरिंग कर जानलेवा हमला किया था। वारदात के दौरान ही आरोपी ओमप्रकाश के हाथ से देसी बंदूक नीचे गिर गई थी। जो पुलिस बरामद कर चुकी है। उसकी एसयूवी भी पुलिस ने बरामद की है।
Source: Jodhpur