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जोधपुर।
माता का थान (Mata ka than) चौराहे के पास आपसी रंजिश के चलते बजरी माफिया में फायरिंग और जानलेवा हमला (Firing and attempt to murder in Bajari mafia) करने के दो आरोपी भाइयों के बाल काटकर घुमाने के मामले में बिश्नोई समाज में आक्रोश (Fury in Bishnoi society) व्याप्त है। दोषी पुलिसकर्मियों के निलम्बन की मांग को (Bishnoi society deemand of Suspension of policemen) लेकर समाज ने 29 दिसम्बर को जिला कलक्टर (District Collector) कार्यालय तक रैली व धरने का आह्वान किया है। उधर, पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ की ओर से जारी आदेश के त हत जिला विशेष टीम (डीएसटी पूर्व) को लाइन हाजिर कर दिया गया, लेकिन बिश्नोई समाज ने आदेश के नीचे ओबी नम्बर न लिखे होने से इसे भ्रमित करने वाला आदेश बताया है।
निलम्बन की मांग पर, बैठक में जताया रोष
गत 14 दिसम्बर की सुबह माता का थान चौराहे के पास आपसी रंजिश में बजरी माफिया ओमप्रकाश जाट व सागर बिश्नोई के बीच भिड़ंत हो गई थी। ओमप्रकाश ने गोलियां चलाईं थी, लेकिन गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ था। जवाब में सागर व उसके भाइयों ने ओमप्रकाश को एसयवूी सहित कुचलने का प्रयास किया था। साथ ही जानलेवा हमला कर दिया था। माता का थान थाना पुलिस ने राकेश व भाई मालाराम को गिरफ्तार कर बाल कटवा दिए थे। फिर थाने से पैदल वारदातस्थल ले जाया गया था। इसको लेकर बिश्नोई समाज में रोष व्याप्त हो गया था। पुलिस कमिश्नर कार्यालय तक रैली निकाल ज्ञापन दिया गया था। दोषी पुलिसकर्मियों के निलम्बन की मांग की गई थी।
डीएसटी से हटाने के आदेश, लाइन में आमद
पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के हस्ताक्षर से जारी आदेश के तहत डीएसटी प्रभारी एसआइ दिनेश डांगी, एएसआइ पुखराज व कमरू खां, कांस्टेबल ओमाराम, देवाराम व डूंगरराम को लाइन हाजिर किया गया है। इन्हें मौखिक रूप से पुलिस लाइन में आमद कराने के आदेश भी दे दिए गए। तत्पश्चात इन पुलिसकर्मियों ने लाइन में आमद भी करवाई। आदेश में पुखराज को एसआइ की जगह एएसआइ और हेड कांस्टेबल ओमाराम व देवाराम को कांस्टेबल लिखा गया है।

Source: Jodhpur

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