जोधपुर।
वैश्विक मंदी के बावजूद भी विश्व प्रसिद्ध जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट फर्नीचर का आकर्षण कम नहीं हुआ है। हाल ही में, दुनिया के सबसे बडे रिवर क्रूज गंगा विलास का हिस्सा बनने जोधपुर को गौरव मिला है। रिवर क्रूज गंगा विलास जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट फर्नीचर से सजा हुआ है। गंगा विलास का पूरा फर्नीचर जोधपुर के युवा निर्यातक अनूप गर्ग व शिशिर अग्रवाल ने तैयार किया है।
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4 माह में तैयार, आम व बबूल की लकड़ी से तैयार किया
क्रूज में 28 रूम्स, लॉबी, सन डेक और रेस्टोरेंट पूरा लकड़ी के फर्नीचर से तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 3 से 4 महीने का समय लगा। कारीगरों ने आधुनिक मशीनों से मॉडर्न कंटेम्पररी उत्पादों का निर्माण आम और बबूल की लकड़ी का उपयोग करते हुए शानदार फिनिशिंग दी। इंटीरियर में फर्नीचर के साथ कलर कॉम्बिनेशन के लिए इंटीरियर में सफेद गुलाबी लाल और हल्के रंगों का इस्तेमाल किया गया है
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डायरेक्टर खुद जोधपुर आए, पसंद किया फर्नीचर
कम्पनी के डायरेक्टर राजसिंह गंगा विलास के फर्नीचर के लिए जोधपुर को चुना। यहां हैण्डीक्राफ्ट फर्नीचर एक्सपोर्ट करने वाली कई इकाइयों की विजिट की। इसके बाद, उन्होंने कर्निग क्राफ्ट्स को चुना और इस प्रोजेक्ट के फर्नीचर का काम सौंपा।
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13 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन
दुनिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज गंगा विलास का 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। इस क्रूज को भरतपुर के राज सिंह की कंपनी अंतारा लग्जरी रिवर क्रूज ने बनाया है। लग्जरी क्रूज बनाने वाली यह देश की पहली कंपनी है। वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक 27 नदियों में 3200 किलोमीटर के सफर को 51 दिन में पूरा करने वाले गंगा विलास को बनाने का काम 2019 में शुरू हुआ। इस क्रूज को तैयार होने में 3 साल का समय लगा व इसे बनाने में करीब 70 करोड़ रुपए खर्च हुए। यह पूरी तरह भारत में निर्मित किया गया है।
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गंगा क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह की मेहनत और लगन के परिणाम सवरूप हमे इस भव्य परियोजना का हिस्सा बनने का अवसर मिला है। जिसे हमने कड़ी मेहनत कर पूरा किया।
अनूप गर्ग, युवा निर्यातक
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जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट फर्नीचर विश्वविख्यात है। कस्टमाइज फर्नीचर देने के लिए निर्यातक गर्ग व उनकी कंपनी ने अच्छा काम किया है।
राजसिंह, डायरेक्टर
अंतारा लग्जरी रिवर क्रूज
Source: Jodhpur