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भवानीसिंह राठौड़@बाड़मेर.
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के गांवों में अब सूरज से बिजली मिलेगी। यहां अल्ट्रा मेगा अक्षय ऊर्जा पावर प्रोजेक्ट के तहत 5 गीगावॉट का सोलर पावर प्रोजेक्ट की स्थापना होगी। इससे सीमावर्ती क्षेत्र में बिजली का संकट खत्म होगा। बॉर्डर के गांव रोशन हो पाएंगे। सोलर पावर प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान के बीकानरे, जैसलमेर, बाड़मेर व जोधपुर का चयन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। इसकी कार्ययोजना तैयार करने के लिए एसइसीआइ को नोडल एजेंसी बनाया गया है। साथ ही सरकार ने जिला कलक्टर को पत्र के जरिए भूमि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।

चार टीमों का गठन, सर्वे होगा
नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के निर्णय के अनुसार आरइ प्रोजेक्ट योजना के तहत बॉर्डर क्षेत्र में विद्युतीकरण व निकटतम गांव में बिजली व पानी की सप्लाई के लिए उक्त प्रोजेक्ट के तहत भूमि की सुनिश्चितता एवं उपयुक्तता जांच के लिए चार टीमों का सरकार स्तर पर गठन हुआ है। टीम के सदस्य गुजरात के कच्छ व राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर व बीकानेर व जोधपुर जिलों में सर्वे करेंगे। एजेंसी अधिकारी के साथ राज्य सरकार के प्रतिनिधि भी रहेंगे।

10 हजार हैक्टेयर भूमि पर लगेगा प्रोजेक्ट
भारत-पाक बॉर्डर सीमा से 25 किमी दूरी पर सोलर पावर प्रोजेक्ट की स्थापना होगी। प्रोजेक्ट की क्षमता 5 गीगावॉट होगी। इसके लिए करीब 10 हजार हैक्टेयर भूमि की आवश्यकता रहेगी। इसके लिए राजस्थान नवीन ऊर्जा निगम जयपुर के जनरल मैनेजर डीके छंगाणी को जिम्मेदारी दी गई है। वे भूमि का चयन करेंगे।

Source: Barmer News

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