जोधपुर. पहाड़ों की दुनिया अलग है। यहां कुछ मिनट बिताएंगे तो भी बहुत सुकून मिलता है। सनसिटी के कई यूथ गु्रप हैं जो नियमित क्लाइम्बिंग व ट्रेकिंग के साथ अपने आप को फिट रखते हैं। यह प्रकृति के प्रति प्रेम को दर्शाता है। माउंटेन डे पर पेश है माउंटेन के क्रेजी यूथ पर विशेष रिपोट…
माउंटेनियरिंग को बढ़ावा दे रहे हाईकर्स
शहर के कुछ युवा माउंटेनियरिंग और हाइकिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। जोधपुर हाइकर्स ग्रुप प्रत्येक रविवार को युवाओं के के साथ शहर व आसपास की पहाडिय़ों पर हाइकिंग के लिए निकल पड़ता है। लंबी पैदल यात्राओं को हाइकिंग कहा जाता है। जोधपुर के पहाड़ी क्षेत्रों में दुर्गम स्थलों से होकर पैदल यात्रा करना लाइफ स्टाइल का पार्ट बनता जा रहा है। फाउंडर मेंबर सूरज परिहार ने बताया कि यह ग्रुप पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी सजग कर रहा है। हिमालय ट्रेकिंग के दौरान उन्हें इसका विचार आया था और आज कई लोग इस ग्रुप से जुडकऱ न सिर्फ जोधपुर बल्कि अन्य पर्वतीय स्थलों पर भी पर्वतारोहण के लिए जा रहे हैं।
माउंट अकोंका गुआ पर सोहन लहराएंगे तिरंगा
जोधपुर के युवा पर्वतारोही सोहन तंवर माउंट एवरेस्ट और अफ्रीका के माउंट किलिमंजारो फतह कर चुके हैं। वह अब आगामी जून महीने में दक्षिण अमरीका के अर्जेंटीना के सबसे ऊंचे पर्वत अकोंका गुआ की चढ़ाई करेंगे। सोहन ने बताया कि उनके मन में सभी महाद्वीपों केऊंचे पर्वतों को फतह करने की ठान रखी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हौसला बढ़ाते हुए यह 51 फीट का तिरंगा भेंट किया था।
एक आह्वान पर जुट जाते हैं कई युवा
शहर में एक गु्रप ऐसा भी है तो आमजन को स्वस्थ रखने के लिए ट्रेकिंग का आयोजन करता रहता है। देव योगा की ओर से अवकाश के दिन इस प्रकार का आयोजन होता है। पिछले तीन साल से वह युवाओं को ट्रेकिंग और पहाड़ों के बीच हैल्थी लाइफ के लिए ले जा रहे हैं। गजेन्द्रसिंह जिन्होंने इस गु्रप की शुरुआत की बताते हैं कि महीने में एक बार ऐसे आयोजन करते हैं।
यह है माउंटेन डेस्टिनेशन
– मंडलनाथ की पहाडिय़ां
– सिद्धनाथ की पहाडिय़ां
– मेहरानगढ़ के समीप पहाडिय़ां
– कायलाना के समीप
– मसूरिया पहाड़ी
– भूतनाथ वन खंड
Source: Jodhpur