जोधपुर।
माता का थान थाना (Police station Mata ka Than) पुलिस ने फर्जी संस्था बनाकर घर बैठे महिलाओं को रोजगार दिलाने का झांसा (pretense of providing employment to women) देकर 4-5 हजार महिलाओं से 15 लाख रुपए (15 Lakh Rs fraud with 4 thousand ladies in Jodhpur) ऐंठकर गायब होने वाले आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार किया। वह डेढ़ साल से फरार था और उसे ऋषिकेश से पकड़ा गया है। (Accused arrested in 15 lakh Rs fraud with ladies case)
थानाधिकारी राजूराम बामणिया ने बताया कि 24 दिसम्बर 2021 को एक महिला ने भूपेन्द्रसिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। जिसमें साढ़े हजार महिलाओं से 15 लाख रुपए धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। आरोपी के उत्तराखण्ड के ऋषिकेश में छुपे होने की सूचना मिली। पुलिस ऋषिकेश पहुंची और तलाश शुरू की। करीब 15 सौ किमी तक पहाडि़यों पर पीछा करने के बाद भूपेन्द्रसिंह को पकड़ा जा सका। उसे जोधपुर लाया गया, जहां पूछताछ के बाद जयपुर में खातीपुरा क्षेत्र में न्यू कॉलोनी निवासी भूपेन्द्रसिंह (38) पुत्र रूपसिंह धिरावत को गिरफ्तार किया गया।
6-7 जिलों में महिलाओं से ऐसे की धोखाधड़ी
आरोपी ने माता का थान मगरा पूंजला में मैसर्स पर्यावरण संरक्षण जन कल्याण समिति संस्था नाम से ऑफिस खोला था। संस्था के मार्फत महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध करवाने और 250-300 रुपए प्रति दिन कमाने का झांसा दिया था। रोजगार के लिए आने वाली महिलाओं को ग्रुप और सदस्य बनाने को कहा। सदस्यता शुल्क तीन सौ रुपए प्रति महिला रखा था। प्रत्येक ग्रुप में 15 सदस्य बनाकर 51 सौ रुपए वसूले थे। 14 ग्रुप सदस्य से तीन-तीन सौ रुपए और ग्रुप लीडर से नौ सौ रुपए लिए गए थे। इस प्रकार उसने तीन सौ से अधिक ग्रुप बनाकर 15 लाख रुपए की ठगी की थी। शिकायकर्ता महिला ने ऐसे 121 ग्रुप बनाए थे। वहीं, एक अन्य महिला ने तीस ग्रुप बनाए थे। सदस्यता शुल्क फोन-पे से जमा कराया गया था। आरोपी ने 45 दिन में मसाले भेजने का भरोसा दिलाया था, लेकिन फिर वह ऑफिस बंद कर गायब हो गया था।
Source: Jodhpur