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जोधपुर।
मारवाड़ (Marwar) में अफीम व डोडा पोस्त (Opium and Doda post) का सेवन एक सामाजिक कुरीति बन चुका है। यही वजह है कि न सिर्फ जोधपुर बल्कि मारवाड़ में तस्कर गिरोह (Smuggling gang) पनप चुके हैं। तस्करी की वजह से ही अवैध हथियारों (Illegal weapons market) का काला बाजार खड़ा हो गया है। मध्यप्रदेश से बहुतायत में अवैध हथियार (Weapons smuggling from Madhya Pradesh) लाकर बेचे जाने लगे हैं। यही वजह है कि मादक पदार्थ व अवैध हथियार तस्करों (Drugs and Arms smuggling) पर अंकुश लगाने के लिए जोधपुर की तीनों जिलों की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का निर्णय किया है।
हथियारों का अवैध कारोबार पनपा
ड्रग्स-शराब तस्करी में लिप्त अधिकांश गिरोह और बदमाश अवैध हथियारों से लैस हैं। वहीं, छोटे-मोटे बदमाश भी हथियार रखने लगे हैं। जोधपुर में अवैध हथियारों का प्रमुख जरिया मध्यप्रदेश बन गया है, जहां से अपराधिक प्रवृत्ति के लोग अवैध हथियार खरीदकर लाते हैं और फिर स्थानीय बदमाशों को बेचते हैं। पुलिस ने हथियार बनाने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन हथियारों की तस्करी बंद नहीं हुई है।
जिले में 612 हिस्ट्रीशीटर, अधिकांश ग्रामीण से जुड़ेजोधपुर जिले में हिस्ट्रीशीटरों की संख्या पर नजर डाली जाए तो सर्वाधिक हिस्ट्रीशीटर पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के पश्चिमी जिले में हैं। पूर्वी जिले में 201 और जोधपुर जिला ग्रामीण पुलिस में 181 हिस्ट्रीशीटर हैं। पुलिस कमिश्नरेट के अधिकांश बदमाश व हिस्ट्रीशीटर ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।
अवैध हथियारों से फायरिंग की प्रमुख घटनाएं—
– 1 फरवरी : चौपासनी बाइपास पर वीतराग सिटी के मुख्य द्वार के बाहर हार्डकोर राकेश मांजू पर कार में सवार नकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। गनीमत रही कि वह बच गया। आपसी रंजिश के चलते फायरिंग की साजिश विक्रमसिंह नांदिया व उसके साथियों ने रची थी। दोनों गिरोह में फायरिंग की यह 5वीं वारदात है।
– 14 दिसम्बर : बजरी के अवैध खनन व आपसी रंजिश के चलते माता का थान क्षेत्र में दो गिरोह आमने-सामने हो गए थे। एक युवक ने गोलियां तक चला दी थी। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ था। दूसरे पक्ष ने फायरिंग करने वाले को डम्पर व अन्य वाहन से कुचलने का प्रयास किया गया था।
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सरपंच की हत्या के लिए खरीदे थे अवैध हथियार
15 फरवरी को चोखा सरपंच की हत्या की साजिश की फिराक में मण्डोर की पहाड़ी से पूर्व सैनिक उम्मेदसिंह सहित छह जनों को गिरफ्तार किया था। इनसे छह पिस्तौलें, 15 मैग्जीन, 17 जिंदा कारतूस जब्त किए गए थे। उम्मेदसिंह के घर से एलएमजी के 58 व 32 बोर के 3 जिंदा कारतूस, 16 सौ की जाली मुद्रा जब्त की गई थी।
अवैध हथियारों के खिलाफ कार्रवाई—
जोधपुर जिला ग्रामीण पुलिस—
वर्ष————–एफआइआर—————गिरफ्तारी————-हथियार——————-कारतूस
2020————27————————-32———————-31————————–22
2021————32————————-38———————-29————————–36
2022————37————————-51———————-40————————–86
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पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर की कार्रवाई
वर्ष————–एफआइआर—————गिरफ्तारी————-हथियार——————-कारतूस
2019———–35————————–62———————-39————————-146
2020———–65————————–105——————–121————————164
2021———–55————————–65———————-83————————-130
2022———–74————————–79———————127————————356
(नोट : वर्ष 2022 के आंकड़े अक्टूबर तक की अवधि के हैं।)
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‘कुछ अर्से पहले तक अवैध हथियारों की तस्करी मध्यप्रदेश से हो रही थे। वर्तमान में अपराधिक रिकॉर्ड का आंकलन किया जा रहा है। ड्रग्स तस्करी, अवैध हथियारों की तस्करी और गैंगवार समानान्तर चल रहे हैं। पुलिस कमिश्नरेट के पश्चिम व पूर्व जिले के साथ ग्रामीण पुलिस मिलकर वांटेड और इनामी अपराधियों, सक्रिय गैंग आदि की सूचनाएं आदान प्रदान कर अंकुश के लिए प्रयास कर रही हैं।’धर्मेन्द्रसिंह यादव, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जोधपुर।

Source: Jodhpur

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