26 मार्च से 65 दिन नहरबंदी, प्रदेश के 10 जिलों के 49 शहर और 829 गांव होंगे प्रभावित
नहरबंदी : कायलाना-तख्तसागर और सुरपुरा में इतना पानी है, जिससे 17-18 दिन तक जोधपुर की प्यास बुझाई का सकती
जोधपुर. पंजाब सरकार ने 26 मार्च से 29 मई, 2023 तक इंदिरा गांधी नहरबंदी का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। रख-रखाव और साफ-सफाई के लिए नहर में पानी की आपूर्ति बंद रखी जाएगी। पंजाब सरकार की अधिसूचना के मुताबिक 35 दिन आंशिक नहरबंदी रहेगी, जबकि 30 अप्रेल से 29 मई तक 30 दिन तक पूर्ण नहरबंदी रहेगी। दस जिलों के 49 शहर और 829 गांव इससे प्रभावित होंगे। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग का हालांकि दावा है कि जोधपुर शहर में दीपावली के बाद हर दसवें दिन शटडाउन से की गई जलबचत पेयजल संकट के निवारण में कारगर साबित होगी।
राज्य स्तरीय समन्वय समिति
नहरबंदी को लेकर पीएचईडी के मुख्य अभियंता नीरज माथुर के नेतृत्व में राज्य स्तरीय समन्वय समिति बनाई गई है। पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के समुचित प्रबंधन किए गए हैं। नहरबंदी की पूर्व सूचना के चलते विभाग के स्तर पर सालभर से तैयारियां की जा रही है।
पीएचईडी का जलप्रबंधन
पीएचईडी ने गत नहरबंदी के दौरान झेले पेयजल संकट को देखते हुए इस बार दीपावली के बाद से ही हर दसवें दिन शटडाउन लेकर जलसंचय किया। वर्तमान में शहर के तीन जल संग्रहण जलाशय कायलाना-तख्तसागर तथा सुरपुरा में अपनी क्षमता का 95 प्रतिशत भराव हो चुका है। नहरबंदी से पहले तीनों जलाशय लबालब हो जाने की उम्मीद है। अभी कायलाना-तख्तसागर से 13 से 13.5 एमसीएफटी पानी रोजाना सप्लाई हो रहा है। सुरपुरा बांध से सवा दो एमसीएफटी पानी आपूर्ति किया जा रहा है। अभी तीनों जलाशयों में इतना पानी है कि जोधपुर शहर की 17-18 दिन तक प्यास बुझाई जा सके।
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शहर में पानी की वर्तमान स्थिति
कायलाना : 56.55 फीट।तख्तसागर : 63.40 फीट।
कायलाना-तख्तसागर में 341.95 एमसीएफटी पानी।
सुरपुरा में 94.3 एमसीएफटी पानी।
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26 मार्च से 29 मई तक इंदिरा गांधी नहरबंदी।
35 दिन आंशिक नहरबंदी।
30 दिन पूर्ण नहरबंदी।10 जिलों में पेयजल और सिंचाई व्यवस्था होगी प्रभावित।
49 शहरों में गहरा सकता है पेयजल संकट।829 गांवों में पीने की पानी की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
नहरबंदी से प्रभावित जिले
बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर तथा बाड़मेर। सीकर तथा झुंझुनू आंशिक रूप से प्रभावित।
कहीं कोई दिक्कत नहीं
विभाग के स्तर पर सभी तैयारियों पूरी कर ली गई है कि नहरबंदी के दौरान शहर में पेयजल संकट नहीं बढ़े। आवश्कता के अनुरूप पानी का स्टोरेज है। कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी। पानी की उपलब्धता पर्याप्त है। कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी।-नीरज माथुर, मुख्य अभियंता, पीएचईडी, जोधपुर
Source: Jodhpur