जोधपुर।
हार्डकोर-हिस्ट्रीशीटर, माफिया व आदतन अपराधियों का अपराधिक रिकॉर्ड पुलिस रखती आई है, लेकिन अब इन बदमाशों की वैध और अवैध सम्पत्तियों की रिकॉर्ड भी रखने जा रही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेन्द्रसिंह ने सभी अधिकारियों को ऐसे बदमाशों की सम्पत्तियों का जानकारी जुटाने के साथ ही जांच के निर्देश दिए हैं।
…ताकि अपराध पर अंकुश लगे, खड़ी न अवैध सम्पत्तियां
पुलिस मुख्यालय ने पिछली एक मार्च से वांछित, फरार और वारंटियों की धरपकड़ के लिए अभियान शुरू कर रखा है। कई बदमाशों को पकड़ा गया है, लेकिन अभी भी कई अपराधी फरार हैं। इन्हें पर अंकुश और अपराध का खातमा करने के उद्देश्य से इनकी वैध व अवैध सम्पत्तियों की जानकारी ली जा रही है। ताकि इनके मार्फत नकेल कसी जा सके।
अपराधी की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने का प्रयास
कई अपराधियों ने अपने बाहुबल के बूते पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर रखा है। इनके संबंध में भी जानकारी जुटाकर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस हिरासत में बंदी सुरेशसिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में फरार बदमाशों पर अंकुश लगाने के लिए जोधपुर पुलिस ने जब्बरसिंह व उसके भाई भंवरसिंह मण्डली के पाली व मणिहारी में कई जगह छापे मारे थे। इनकी कब्जाशुदा जमीनों के संबंध में प्रशासन को सूचित किया गया था। फलस्वरूप दोनों भाइयों के अवैध कब्जों को तोड़ दिया गया था।
इन सम्पत्तियों की होगी जांच…
– ऐसी सम्पत्ति जो सरकारी भूमि पर निर्मित हो या अनाधिकृत कब्जा हो।
– वो सम्पत्ति जो खुद की जमीन पर बनी हो, लेकिन जमीन का भू-उपयोग परिवर्तन कराए बगैर निर्माण किया गया हो।
– ऐसी सम्पत्ति जो खुद की जमीन पर है, लेकिन निर्माण के लिए अनुमति प्राप्त न की गई हो।
– ऐसी निजी खातेदारी जमीन जिस पर व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन हो रहा हो।
– अन्य नियम विरूद्ध निर्माण जो बगैर एनओसी प्राप्त किए बनाया गया हो।
– ऐसी कोई सम्पत्ति जो गैर कानूनी रूप से अर्जित की हुई है और उसे ध्वस्त की जानी है।
————————–
‘हार्डकोर-हिस्ट्रीशीटर, माफिया व आदतन अपराधियों की वैध व अवैध सम्पत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही है। सभी अफसरों को आदेश दिए गए हैं। इनकी जांच भी की जा रही है।’
धर्मेन्द्रसिंह यादव, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जोधपुर।
Source: Jodhpur