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चौहटन थाना क्षेत्र के लीलसर गांव की सरहद में महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को टांके में डालकर खुद को आग के हवाले कर देने की घटना से समूचे इलाके में सनसनी फैल गई। आग की लपटें और चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तथा आनन फानन में आग बुझाकर महिला को बाड़मेर अस्पताल पहुंचाया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। घटना के तत्काल बाद अन्य परिजनों एवं पड़ोस के लोगों ने बच्चों को ढूंढने पर तीन वर्षीय बेटी व एक डेढ़ वर्ष का बेटा टांके में पड़े मिले। दोनों बच्चों को टांके के बाहर निकाल कर लीलसर पीएचसी पहुंचाया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सूचना मिलने पर चौहटन पुलिस बाड़मेर जिला अस्पताल पहुंची तथा घटना की जानकारी ली। चौहटन थानाधिकारी भुटाराम विश्नोई ने बताया कि लीलसर गांव में विवाहिता सोनीदेवी पत्नी सताराम ने दो अपनी तीन साल की बेटी ललिता व डेढ़ साल के बेटे मघाराम को टांके में डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। महिला को गंभीर अवस्था में बाड़मेर अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसकी मौत हो गई, उधर दोनों बच्चों को लीलसर अस्पताल पहुंचाया लेकिन उनकी भी मौत हो गई। मृतका के पीहर पक्ष को सूचना दी गई है तथा दोनों मासूम बच्चों के शव बाड़मेर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं।

विवाहिता के थे पांच बच्चे

महिला के कुल पांच संताने थी। घटना के वक्त अन्य तीन बच्चे पीलू खाने के लिए आसपास के खेतों में गए हुए थे। मृतका का पति सताराम ड्राइविंग का काम करता है जो घटना के वक्त बाड़मेर था। हादसे के समय अन्य कोई भी सदस्य घर में नहीं था। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाए हैं पीहर पक्ष की रिपोर्ट के बाद गुरुवार को कार्यवाही की जाएगी। पुलिस ने बताया कि घटना के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है।

Source: Barmer News

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