Rajasthan Education बाड़मेर @ पत्रिका. विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ समाज सेवा को प्रेरित करने के लिए ग्रीष्मावकाश में समाज सेवा शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें ग्यारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थी भाग लेंगे। विद्यार्थियों में सामाजिक चेतना को जाग्रत कर अपने गांव/शहर के नागरिकों के साथ मिलकर सृजनात्मक और रचनात्मक करें इस थीम पर शिविर में सिखाया जाएगा। कक्षा ग्यारह उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए ग्रीष्मावकाष में दो सप्ताह के लिए समाज सेवा करना प्रस्तावित है, लेकिन एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी इससे मुक्त रहेंगे।
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शिविर का उद्देश्य
विद्यार्थियों को सामाजिक जीवन से सरोकार करवाना, उनमें नि:स्वार्थ भाव से सेवा, सामाजिक दायित्व और सद्नागरिक के भाव, सामुदायिक समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता, सामूहिक जीवन जीने का कौशल, सामाजिक गतिविधियों में सहभागिता के लिए तैयार करना, लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आदर, पारस्परिक सहयोग की भावना, राष्ट्रीय एकता की भावना तथा श्रम के प्रति निष्ठा प्रतिष्ठापित करना शिविर का उद्देश्य है।
विद्यार्थियों का चयन
राजकीय/अनुदानित/गैर अनुदानित उच्च माध्यमिक विद्यालयों से कक्षा ग्यारह उत्तीर्ण विद्यार्थियों को ग्रीष्मावकाष में समाज सेवा की गतिविधियों में अनिवार्यत: भाग लेना होगा। एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी इससे मुक्त रहेंगे।
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समाज सेवा की गतिविधियां- विद्यार्थियों की राष्ट्रीय एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव, परिवार कल्याण, पर्यावरण संवर्द्धन एवं संरक्षण, साक्षरता के प्रति जाग्रति, मतदान के प्रति संचेतना, कानूनी साक्षरता, उपभोक्ता संरक्षण, अल्प बचत, सरकारी योजनाओं की जानकारी, प्राथमिक उपचार का ज्ञान, यातायात नियम, प्राकृतिक आपदाओं में सावधानियां सहित अन्य गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी।
बारहवीं की अंकतालिका में होगा उल्लेख
समाजसेवा शिविर के दौरान प्रत्येक विद्यार्थी का मूल्यांकन होगा। मूल्यांकन का आधार सौ अंकों से होगा जिसके आधार पर ए, बी , सी व डी ग्रेड दिया जाएगा जिसकी सूचना माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भेजी जाएगी। बोर्ड बारहवीं की अंक तालिका में इसका विवरण लिखेगा।
Source: Barmer News