बाड़मेर में हवाई सेवा को लेकर सांसद और मंत्री की ओर से बार-बार दावे किए जाने के बाद विश्वास में आए लोग आसमान ताक रहे है। एक साल पहले अप्रेल 2022 में सांसद ने दावे के साथ कहा था कि अब बाड़मेर हवाईसेवा से जुड़ रहा है लेकिन एक साल में यह फाइल अटकी हुई है। अब 2023 विधानसभा और अगले साल लोकसभा के चुनावों से पहले लोगों का सवाल है कि आखिर यह वादा कब पूरा होगा?
बाड़मेर के लिए हवाई सेवा उड़ान योजना के तहत 2018 में शामिल हुई। 2019 के लोकसभा चुनावों में सांसद ने इसे अपने घोषणापत्र में शामिल किया। पड़ौस में जैसलमेर में हवाईसेवा शुरू हो गई है,जो बाड़मेर का ही संसदीय क्षेत्र है। बाड़मेर में यात्रीभार को लेकर सबसे पहले तेल कंपनी ने कह दिया कि 33 प्रतिशत तक यात्रीभार वे वहन कर लेंगे। यानि यात्रीभार को लेकर आनाकानी खत्म हो गई। अब सांसद को यहां जमीन आवंटन की प्रक्रिया करवानी थी तो 2021 तक यह कार्य भी प्रशासन ने कर दिया और 7 बीघा और 10 बिस्वा जमीन उत्तरलाई के पास में आवंटित कर दी गई।
2021 तक दावे
2019 से 2021 तक सांसद जमीन आवंटन, फाइल आगे बढऩे और हर प्रगति पर यह दावा करते रहे है कि हवाईसेवा शुरू हो रही है,इसके लिए अब ज्याद देरी नहीं लगेगी। जमीन आवंटन तक मामला राज्य सरकार के पास था, तब तक उनके लिए जमीन आवंटन का मुद्दा था।
अप्रेल 2022 में किया पक्का वादा
अप्रेल 2022 में दावा किया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और वायुसेना के बीच में एमओयू हो गया है, अब शीघ्र ही बाड़मेर में हवाईसेवा शुरू होगी। वर्ष 2022 में ही सेवा शुरू होने का दावा किया लेकिन 2023 के मई माह तक भी बात आगे नहीं बढ़ी है।
केन्द्र सरकार के पास मामला
अब मामला केन्द्र सरकार के पास में है और यहां सांसद के केंद्रीय मंत्री होने के नाते दिल्ली ही प्रवास रहता है और केन्द्र के मंत्रालयों में ही यह फाइल अटकी हुई है। लगातार हो रही देरी से बाड़मेर में हवाईसेवा का सपना अभी भी अधूरा है।
हवाईसेवा अब जरूरी
– तेल कंपनियों से जुड़े लोगों का देश-विदेश से आना जाना
– अफ्रीकन और अरब देशों से सैकड़ों लोगों का जुड़ाव, चाहते है विमान सेवा
– दिल्ली,जयपुर और अहमदबाद तीन शहरों तक जाने के लिए हवाईसेवा का इंतजार
– बाड़मेर की दूरी बड़े शहरों से 700 किमी से ज्यादा,इसलिए जरूरी है हवाई सेवा
– चुनावी माहौल में हवाईसेवा हों तो त्वरित आएंगे जाएंगे यात्री
Source: Barmer News