53 दिन में 146 जगह टूटी पेयजल लाइन…व्यर्थ बहा पानी
निर्माण एजेंसियों और पीएचईडी में तालमेल का अभाव से आम आदमी की बढ़ी मुसीबत
जोधपुर. सडक़ निर्माण या मरम्मत में लगी एजेंसियों ने 53 दिन में 146 जगह पीने के पानी की लाइन तोड़ दी। नहरबंदी के दौर में इससे हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। पेयजल आपूर्ति बाधित होने से लोगों को भी परेशान होना पड़ा। विभागों में तालमेल के अभाव का खमियाजा लोग भुगत रहे हैं।विभागीय जानकारी के मुताबिक अप्रेल माह में शहर में 89 जगह पाइप लाइन टूटी। मई में 22 तारीख तक 57 जगह पीने के पानी की लाइन तोड़ दी है। निर्माण एजेंसियां और पीएचईडी एक दूसरे पर दोषारोपण करते रहते हैं, लेकिन समन्वय के कोई सार्थक प्रयास नहीं होने से मुसीबत बढ़ती जा रही है।
पीएचईडी का दावा
– नयापुरा में श्रीराम कॉलोनी वाटिका में जेडीए ने तोड़ दी पेयजल लाइन।
– कालीबेरी सूरसागर में नगर निगम ने तोड़ दी पीने के पानी की लाइन।
– प्रतानगर की इंदिरा गांधी कॉलोनी में आरयूडाआइपी ने तोड़ दी पाइप लाइन।
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500 जगह पीडब्ल्यूडी, जेडीए, नगर नगम, आरयूआइडीपी तथा एनएचएआइ् का सडक़ निर्माण या मरम्मत कार्य चल रहा।
30 कॉलोनी में पाइप लाइन गैस के लिए खुदाई चल रही।
2 से 3 जगह औसतन रोजाना टूट रही पेयजल लाइन
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जिम्मेदार बोले-
बार-बार निवेदन के बावजूद सडक़ निर्माण या मरम्मत शुरू करते समय सूचना नहीं दी जा रही है। पेयजल लाइन टूटने के बाद भी सूचना नहीं दी जाती है। हमें तो जलापूर्ति के समय पानी बहने लगता है, तब पता चलता है।
– प्रकाश बाफना, अधीक्षण अभियंता, पीएचईडी
हम तो सीसी रोड छह इंच खोदकर बनाते हैं। पानी की लाइन एक फीट नीचे रहती है। ऐसे में पाइप लाइन टूट रही है तो हम क्या कर सकते हैं। कोई जान-बूझकर थोड़े ही तोड़ता है।
– राकेश माथुर, अधीशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी
Source: Jodhpur