बालोतरा. पचपदरा तहसील के सांभरा गांव में 10993 बीघा जमीन में निमार्णाधीन इको फ्रेंडली रिफाइनरी पर करीब 20 महीने में 1526 करोड़ के काम हुए हैं। वर्तमान में 10886 करोड़ के काम प्रगति पर है।
रिफाइनरी का कार्य 2022 में पूर्ण होना है और इस पर करीब 43 हजार करोड़ खर्च होंगे। रिफाइनरी के लिए अब सबसे महत्वपूर्ण बाड़मेर- जोधपुर 6 लेन हाइवे का निर्माण है, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने हाल ही में केन्द्रीय मंत्री से भी मुलाकात की है।
यह काम किए गए है
-31 किलोमीटर में से 25 किमी. जमीनी स्तर तक व 19 किमी. जमीन से ऊपरी भाग तक चारदीवारी
– 131 लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी समतलीकरण
-26.5 किमी. सड़कों का निर्माण
– 22 करोड़ की का वेयर हाउस
-1 लाख क्यूबिक लीटर क्षमता के रिजर्व वाटर स्टोरेज टैंक
– 14.5 किमी. पानी की पाइप लाइन
-46 हाईमास्क लाइट्स स्थापित
– 39 सब स्टेशन व 33 केवी के ट्रांसफार्मर, फीडर पिलर
– 130 किमी. भूमिगत विद्युत केबल
ये कार्य प्रगति पर
– 200 किमी नाचना से बागुंडी तक पानी की पाइप लाइन कार्य
– 75 किमी मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल (एमपीटी) से रिफाइनरी तक 75 किमी. क्रूड लाइन का सर्वे
-100 किमी रागेश्वरी गैस टर्मिनल (आरजीटी) से रिफाइनरी तक गैस पाइप लाइन का सर्वे
जंगल में हो रहा है मंगल
पचपदरा से पांच किलोमीटर दूर सांभरा गांव जहां सुनसान और जंगल नजर आता था। इन दिनों यहां मशीन और मैनपॉवर होने से जंगल में मंगल दिखने लगा है। दिन-रात चल रहे कार्य को लेकर लोगों की आवाजाही भी होने लगी है।
Source: Barmer News