बाड़मेर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी तस्करी के प्रयासों में बढ़ोतरी हुई है। मई महीने में ही 3 किलो हेरोइन बरामद की गई थी, अब फिर से शनिवार रात को सर्च ऑपरेशन में 11 किलो ड्रग्स की बड़ी खेप जब्त की गई। ड्रग्स का इनुपट मिलने पर बीएसएफ, एनसीबी, एसबी जोधपुर व स्थानीय पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था। खेप में 11 किलो हेरोइन जब्त की गई है, जिसकी अंतराष्ट्रीय मार्केट में 55 करोड़ रुपए कीमत आंकी है।
आमतौर पर शांत मानी जाने वाली भारत-पाक की इस सीमा पर तस्कर सक्रिय हो रहे हैं। दो महीनों में दूसरी बार हेरोइन की बड़ी खेप पहुंचाने की कोशिश को बीएसएफ और सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। लेकिन इस मामले में अभी कोई तस्कर हाथ नहीं लगा है।
पेड़ के नीचे गड्ढे में मिली खेप
सर्च ऑपरेशन में केलनोर में मात्र 150-200 मीटर की दूरी पर पेड़ के पास गड्ढे में छुपाई गई हेरोइन को टीमों ने बरामद किया। इस साल में अब तक दो बार सीमा पर हेरोइन पकड़ी जा चुकी है। किसी को पता नहीं चले, इसके लिए तस्करों ने इंटरनेशनल ब्रांड की कॉफी के पैकेट में हेरोइन को छुपाने की कोशिश की थी।
जांच एजेंसियों की कड़ी नजर
पूर्व में सीमा पार से हेरोइन सहित कई नशीले पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं। जांच एजेंसियां तस्करी के मामलों में लिप्त रहे संदिग्धों एवं स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है। सीमा पार से हेरोइन सहित नशीले पदार्थों की आपूर्ति करने वाले तस्करों ने इस बार केलनोर सीमा क्षेत्र को चुना है। इससे पूर्व भभूते की ढ़ाणी, काछबे की ढ़ाणी, जानपालिया, सरूपे का तला, कुम्हारों का टीबा आदि गांवों की सीमा से ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। पश्चिमी सीमा से सटे गांवों के तस्करों के तार सीमा पार से जुड़े हैं, जो नशीले पदार्थों की आपूर्ति करते हैं।
Source: Barmer News