जोधपु। जोधपुर जिले के विभाजन के बाद गठित जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण और फलोदी जिले का सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर से वर्चुअली उद्घाटन किया। जोधपुर और जोधपुर ग्रामीण जिले का उद्घाटन कार्यक्रम कलक्ट्रेट परिसर के गांधी पार्क में आयोजित हुआ, जबकि फलोदी का उद्घाटन कार्यक्रम फलोदी में ही कृषि मंडी में आयोजित किया गया। नवगठित फलोदी जिले के लिए ओएसडी नियुक्त हो चुका है। जिला कलक्टर का पद भी स्वीकृत हो गया है, जबकि जोधपुर ग्रामीण के लिए अभी न दफ्तर का पता है और न ही ओएसडी की कोई नियुक्ति हुई हैं। जोधपुर जिला प्रशासन का सैटपअप फिलहाल वही है, लेकिन पद विभाजन और संसाधनों के बंटवारे के बाद स्थिति बदल जाएगी।
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अविभाजित जोधपुर के आखिरी कलक्टर
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हिमांशु गुप्ता अविभाजित जोधपुर के आखिरी कलक्टर होंगे। अधिसूचना जारी होने के बाद विभाजन के बाद बने जोधपुर जिले के वे पहले जिला कलक्टर हो गए हैं। जोधपुर ग्रामीण जिला नोटिफाई हो गया है, लेकिन अभी न ओएसडी नियुक्त हुआ है और न ही जिला कलक्टर का नया पद स्वीकृत हुआ है।
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वहीं नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने बगैर किसी तैयारी और बजट के जनता को दरकिनार कर विधायकों को खुश करने के लिए जिलों का गठन किया है। वर्तमान में 33 जिलों में चल रहे 4.25 लाख लाख राजस्व मुकदमे 50 जिलों में कैसे सुने जाएंगे? अधिकारी पल्ला झाड़ लेंगे। आम जनता के सर्वाधिक काम वाले 29 विभाग कैसे नए जिलों में कार्य संभालेंगे? इसकी कोई रूपरेखा सरकार ने नहीं दी है। पहली बार एक ही नाम से दो-दो जिले बना दिए हैं जो हास्यास्पद है।
Source: Jodhpur