जोधपुर। बीते कुछ समय से शहर में कायलाना झील और रेलवे ट्रेक के आसपास ट्रेन से कटकर आत्महत्या करना सामान्य बात हो गई है, लेकिन इस बार मौत से पहले पुलिस पहुंच गई और मौत को टाल दिया। आत्महत्या का प्रयास करने वाला युवक अब जीवित है और अस्पताल में इलाज के बाद स्वस्थ है। हुआ यूं कि भीतरी शहर में सदर कोतवाली थानांतर्गत बागरा बस्ती अंबेडकर कॉलोनी निवासी राहुल वाल्मीकि (30) अपनी पत्नी और घरवालों से झगड़ा करके बाहर निकल गया।
वह बेरी गंगा रेलवे क्रॉसिंग के पास अपनी मोटरसाइकिल खड़ी करके रेलवे ट्रैक के पास आत्महत्या के लिए जाने लगा। एक राहगीर ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। मंडोर थाने के सहायक उप निरीक्षक ओमप्रकाश, मय जाब्ता विशनाराम कांस्टेबल सरकारी जीप चालक विनोद के साथ रेलवे ट्रेक के पास पहुंचे। आसपास घनी झाड़ियां होने से पीड़ित व्यक्ति झाड़ियों में छिपकर बैठ गया। तब पुलिस ने उसकी लोकेशन पता की और रेलवे गेटमैन राकेश व कुछ अन्य लोगों की सहायता से झाड़ियों में जांच की। पैरों की आवाज सुनाई देने पर एक व्यक्ति दिखाई दिया। राहुल शराब के नशे में था और आत्महत्या करना चाहता था। पुलिस ने मौके पर परिवारजनों को बुलाकर पहचान करवाई और पुलिस जीप में सेटेलाइट हॉस्पिटल नयापुरा ले जाकर इलाज करवाया। अब वह ठीक है।
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वहीं दूसरी तरफ चूरू जिले के रतनगढ़ तहसील से एक बच्चा रविवार दोपहर को बगैर बताए घर से निकल गया। उसके ट्रेन में बैठकर सूरत जाने की सूचना मिलने पर जीआरपी ने सर्च अभियान चलाया। हिसार-सिकंदराबाद एक्सप्रेस की जांच में बच्चा सुरक्षित मिल गया। उसे परिजनों से वीडियो कॉल पर बात कराने के बाद जोधपुर पहुंचने उसके चाचा के सुपुर्द कर दिया गया। रतनगढ़ का मेलूसर निवासी कन्हैयालाल पुत्र बनवारी लाल पुरोहित रविवार अपराह्न तीन बजे बिना बताए घर से निकल गया। शाम तक परिजनों ने उसकी तलाश की। चाचा प्रवीण को उसके हिसार वाली ट्रेन में बैठकर सूरत पहुंचने का अंदेशा हुआ तो जीआरपी को सूचना दी गई। जीआरपी ने जोधपुर रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों की जांच की। हिसार-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में लड़का सुरक्षित मिल गया।
Source: Jodhpur