Education Department Rajasthan: दिलीप दवे बाड़मेर. शायद यह पहली बार होगा कि सरकारी नौकरी में पद कम है और शिक्षक अधिक, ऐसे में इन शिक्षकों को प्रारिम्भक शिक्षा विभाग नौकरी दे तो कैसे? यह स्थिति बनी है हाल ही में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के परिणाम जारी होने के बाद। इस परिणाम में 48 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होनी है और प्रारिम्भक शिक्षा में पद रिक्त 28 हजार ही है। अब विकल्प के तौर पर 6डी के तहत पहले से कार्यरत शिक्षकों को माध्यमिक में सैटअप परिवर्तन कर भेजा जाए या फिर सीधे माध्यमिक में अधिशेष अध्यापकों को नियुक्ति दी जाए।
यह भी पढ़ें: साहेब स्कूल खुलने से कुछ नहीं होगा, पढ़ाने वाले भी तो दो
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रियाधीन है जिसमें कुल 48 हजार शिक्षकों को प्रारंभिक शिक्षा में नियुक्ति मिलनी है। इसमें लेवल-एक व लेवल दो के अध्यापक लगने हैं। इन शिक्षकों को लगाने को लेकर विभाग माथापच्ची में जुटा हुआ है कि आखिर नियुक्ति कैसे दें, क्योंकि वर्तमान में प्रारिम्भक शिक्षा में 28 हजार की शिक्षक पद रिक्त है। सरकार के नियमानुसार तृतीय श्रेणी शिक्षकों को प्रारिम्भक शिक्षा में ही नियुक्ति मिलती है। इसके चलते करीब बीस हजार शिक्षक अधिशेष हो रहे हैं। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम व द्वितीय का परीक्षा परिणाम पूर्व में जारी हो चुका था जिसमें से अब लेवल प्रथम की अंतिम सूची का प्रकाशन हुआ है जिसमें करीब बीस हजार शिक्षक चयनित हुए हैं। लेवल द्वितीय में दस्तावेज जांच हो चुकी है, दुगुने अभ्यर्थी जिसमें शामिल हुए थे। अब अंतिम सूची का प्रकाशन बाकी है।
यह भी पढ़ें: सरकारी स्कूलों में ना पढ़ाने वाला ना ही पानी पिलाने वाला
6डी प्रक्रिया से समाधान- जानकारों के अनुसार सरकार समय-समय पर 6डी कर प्रारिम्भक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को माध्यमिक में भेजती है। इसको लेकर सूची बनाई जाती है, जिसमें माध्यमिक शिक्षा में भेजे वाले शिक्षकों को विषयवार लेवल टू व लेवल वन के अनुसार भेजा जाता है। इस पर यदि सरकार अब फैसला ले तो पहले 6डी करवा करवाने के बाद नवचयनित शिक्षकों को प्रारिम्भक शिक्षा में नियुक्ति मिल सकती है।
Source: Barmer News