बाड़मेर में चिकित्सा सुविधाओं में नए आयाम जुड़ते जा रहे है। अब मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध एमसीएच यूनिट के पास डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (डीईआईसी) का निर्माण किया जाएगा। सेंटर के माध्मय से बच्चों में जन्मजात होने वाली बीमारियों का उपचार किया जाएगा। सेंटर में बच्चों को विशेषज्ञों की सेवाएं मिलेगी।
जिला अस्पताल परिसर के एमसीएच यूनिट के पास में ही डीईआईसी का निर्माण होगा। एनएमएच की ओर से बनवाए जा रहे सेंटर पर करीब 1.10 करोड़ की लागत आएगी। सेंटर का निर्माण संबंधित एजेंसी 14 मार्च 2024 को पूरा करके अस्पताल प्रबंधन को बिल्डिंग हैंडओवर करेगी। इसके बाद यहां पर बच्चों को उपचार मिलना शुरू हो जाएगा।
केंद्र में मिलेंगी ये सुविधाएं
सेंटर में बच्चों में होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे पैरों का टेढ़ा होना, मानसिक कमजोरी, बच्चों का देर से रोना, जन्म से कमजोर व जिनका पता काफी बाद में चलता है। इस तरह की बीमारियों की जांच करके उपचार किया जाएगा। सेंटर में विशेषज्ञों की टीम नियुक्त की जाएगी। साथ ही सेंटर में नर्सरी की भी व्यवस्था की जाएगी। जिसमें प्रीमैच्योर(अपरिपक्व) बच्चों की देखरेख की जा सके। सेंटर में फिजियोथैरेपी, स्पीच थेरेपी, दृष्टि दोष, दंत उपचार, दिल में सुराख, मानसिक रोग सहित 38 बीमारियों का इलाज किया जाएगा। सेंटर में बच्चों की जांच के बाद जरूरत पर हायर सेंटर भेजा जाएगा। सेंटर में बच्चों के मनोरजंन के लिए प्ले एरिया भी होगा। जहां पर खिलौने और छोटे बच्चों के खेलने की सुविधा होगी।
एक ही छत के नीचे मिलेगी चिकित्सा सुविधा
अभी तक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सकों की टीमें स्कूलों में भ्रमण कर बीमार बच्चों का चिह्नित करने के बाद जो बच्चे गंभीर बीमारियों से पीडि़त मिलते थे, उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लाती है। आरबीएसके टीम की ओर से लाए गए बच्चों को अलग-अलग डाक्टरों के पास उपचार के लिए ले जाया जाता है। सेंटर बनने के बाद गंभीर बीमार बच्चों को एक ही छत के नीचे सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपचार सुविधा मिलेगी। इसके लिए अर्ली इंटरवेंशन सेंटर बनाया जा रहा है। जिसमें सभी रोगों के विशेषज्ञ, चिकित्सकों की तैनाती होगी।
1.10 करोड़ की आएगी लागत
इंटरवेंशन सेंटर पर पर 1.10 करोड़ की लागत आएगी। बिल्डिंग तय अवधि में बनकर तैयार होगी। इसके चलते अगले साल मार्च के बाद बच्चों का यहां पर उपचार शुरू हो जाएगा। जबकि अभी तक बच्चों की जन्मजात और गंभीर बीमारियों का यहां उपचार नहीं होता है और अन्यत्र जाना पड़ता है। सेंटर बनने के बाद बाड़मेर में ही यह सुविधा मिलने लगेगी।
सेंटर का होगा निर्माण
बाड़मेर जिला अस्पताल के एमसीएच यूनिट के पास सेंटर का निर्माण करवाया जा रहा है। प्रोजेक्ट पर 1.10 करोड़ रुपए की लागत आएगी। निर्माण कार्य अगले साल मार्च में पूरा हो जाएगा। इसके बाद सेंटर शुरू होने पर बच्चों को एक ही छत के नीचे गंभीर बीमारियों का उपचार मिलना शुरू हो जाएगा।
डॉ. बीएल मंसूरिया, पीएमओ राजकीय अस्पताल बाड़मेर
Source: Barmer News