Posted on

उदयपुर। अम्बामाता थाना क्षेत्र में चल रहे मस्तान बाबा उर्स में दो दिन पहले पानी पतासे खाने बीमार हुए 15 लोगों में से शामिल एक किशोरी की रविवार को मौत हो गई। परिजनों और समाजजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर पोस्टमार्टम से इनकार करते हुए कलक्ट्रेट का घेराव कर दिया। हालांकि शाम को मुआवजे का आश्वासन मिलने पर माहौल शांत हो गया।

यह भी पढ़ें- Monsoon Update: अभी-अभी IMD ने जारी किया बड़ा अलर्ट, इतनी देर में शुरु होने वाली है झमाझम बारिश

जानकारी के अनुसार मस्तान बाबा उर्स को लेकर मेले का आयोजन हुआ था। यहां लगे ठेले पर कई लोगों ने पानी पतासे खाए थे। इसके बाद 15 से अधिक लोगों की तबीयत खराब हो गई थी, जिन्हें एमबी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। उपचार के दौरान रविवार को सज्जननगर ओड बस्ती निवासी निशा (14) पुत्री उमेश ओड की मौत हो गई। इसकी सूचना पर बड़ी संख्या में समाजजन और परिजन एमबी हॉस्पिटल में जमा हो गए और मुआवजे की मांग को लेकर हंगाम कर दिया। सूचना पर अम्बामाता थानाधिकारी डॉह़नवंतसिंह राजपुरोहित मौके पर पहुंचे। परिजनों से समझाईश की, लेकिन वे नहीं माने। मृतका के परिजन, रिश्तेदार और समाजजन नारेबाजी करते हुुए कलक्ट्रेट पहुंच गए, जहां रास्ता रोककर प्रदर्शन करने लगे।

यह भी पढ़ें- video : विधायक सूर्यकांता व्यास का पलटवार, बोली- शेखावत जब पैदा भी नहीं हुए थे, तब से मैं राजनीति में सक्रिय

कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े
सभी ने युवती की मौत के जिम्मेदार फूड इंस्पेक्टर को निलंबित करने, आरोपी पानी पतासा ठेला संचालक के खिलफ सख्त कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़ गए। लोगों से समझाइश के लिए उपमहापौर पारस सिंघवी पहुंचे। परिजनों को 5 लाख रुपए मुआवजा, एक परिजन को अस्थाई जॉब और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करवाने का भरोसा दिया। इस पर माहौल शांत हो पाया। हालांकि पोस्टमार्टम की कार्रवाई रविवार को नहीं हो पाई। ऐसे में सोमवार पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *