पत्रिका न्यूज नेटवर्क/बाड़मेर। सरकारी स्कूलों में बच्चों की हाजरी अब ऑनलाइन होगी। दो अक्टूबर से कक्षा अध्यापक शाला दर्पण शिक्षक ऐप पर ये हाजरी अनिवार्य रूप से करेंगे। जो उन्हें रियल टाइम में पहले ही कालांश में करनी होगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ऑनलाइन हाजरी शुरुआत में उच्च माध्यमिक स्कूलों में ही होगी। जिसे बाद में सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। शिक्षा निदेशक ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।
पहले खुद की फिर बच्चों की हाजिरी :
निदेशालय के निर्देशों के अनुसार शुरुआत में केवल राउमावि के कक्षा अध्यापकों को ही ये हाजिरी भरनी होगी। इसके लिए उन्हें अपने मोबाइल में ऐप इंस्टॉल कर पहले अपनी हाजिरी को ऑनलाइन करना होगा। इसके बाद अपने सेक्शन का चयन करते हुए पहले पीरियड में ही बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन करनी होगी। कक्षा अध्यापकों के अलावा बाकी स्टाफ के लिए फिलहाल कोई निर्देश नहीं है। अगले चरण में अन्य सभी स्टाफ व सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा।
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990 विद्यालयों में ऐप से हाजिरी- जिले में उच्च माध्यमिक स्तर के 990 विद्यालय हैं। इनमें ऐप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी शुरू होगी।
इंटरनेट की समस्या-
सरकार के इस आदेश के बीच सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क की आएगी। बाड़मेर जैसे जिले में जहां विशेषकर बॉर्डर से लगते गांवों में मोबाइल नेटवर्क नहीं है, वहां पर ऑनलाइन रियल टाइम हाजिरी भरना में परेशानी आएगी।
गैर शैक्षिक कार्यों की भरमार से पहले से ही शिक्षक मूल काम नहीं कर पा रहे हैं। ऑनलाइन हाजिरी के नाम पर एक काम बढ़ाकर स्कूल का पहला पीरियड भी खराब करने की तैयारी की है। संगठन कक्षा शिक्षण को बचाने के लिए इस फ़रमान का पुरज़ोर विरोध करेगा। – बसंत कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
Source: Barmer News