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जोधपुर। यूटीबी नर्सिंग अधिकारी भर्ती में स्थानीय अभ्यर्थियों को चयन में वरीयता की शर्त लिखी गई थी। स्थानीय अभ्यर्थी नहीं मिलने पर अन्य जिले के युवाओं को मौका देने की छूट दी गई थी, लेकिन जोधपुर में स्थानीय अभ्यर्थी उपलब्ध होते हुए भी बाहरी को मौका देने की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है। कई अन्य जिलों में भी इस तरह की शिकायतें आई हैं।

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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय ने यूटीबी आधार पर नर्सिंग ऑफिसर (जीएनएम) के 110 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही कोविड काल की सेवा के अंक मैरिट में नहीं जोड़े जाने को लेकर विवाद हुआ था। अभ्यर्थियों का आंदोलन जिला प्रशासन के दखल के बाद कोविड काल की सेवा के अंक जोड़े जाने के आश्वासन के बाद शांत हुआ था। अब अनुसूचित जन जाति के अभ्यर्थियों ने स्थानीय युवा उपलब्ध होने के बावजूद बाहरी को लेने की शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी है।

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एसटी वर्ग में पांच बाहरी : यूटीबी नर्सिंग अधिकारी भर्ती की अंतिम सूची में एसटी वर्ग में पांच अभ्यर्थी अन्य जिलों के हैं। इनमें अलवर का अनिल कुमार मीणा, कोटा का सांवरिया सेठ, पाली का कुयाराम, जयपुर का संजीव खंनगवाल तथा बांसवाड़ा का महेश बरिया शामिल है।

यूटीबी आधारित नर्सिंग अधिकारी भर्ती सूची जारी हो गई। ज्वाइनिंग चल रही है। पोस्टिंग देना है। भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। कहीं कोई गड़बड़ी की आशंका नहीं है।
-डॉ. प्रीतम सिंह सांखला, डिप्टी सीएमएचओ

भर्ती में स्थानीय अभ्यर्थियों को प्राथमिकता की शर्त की अवहेलना की गई। एसटी वर्ग में स्थानीय अभ्यर्थी होते हुए भी बाहरी जिलों के युवाओं को लिया गया, जो भर्ती शर्तों का सीधा उल्लंघन है।
– विजय कुमार, ग्राम- खोखरिया, पोस्ट- बनाड़

Source: Jodhpur

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