Barmer: Barmer Police: जाको राखे साइयां मार सके ना कोय…। यह लोकोक्ति चरितार्थ हुई जब एक बस से सोमवार रात अचानक चार महीने की नवजात बच्ची गिर गई लेकिन ज्यादा चोंट नहीं आई। बच्ची के रोने की आवाज सुन कर नींद से जागे एक युवक ने उसकी जान बचाई। नेशनल हाइवे 325 सिवाना से मोकलसर के मध्य झुझानीनाड़ी के पास रामदेवरा से आ रहे यात्रियों की चलती बस की स्लीपर की खिड़की से गिर गई। बच्ची के रोने की आवाज युवक पांचाराम ने सुनी।
जानकारी के अनुसार गुजरात के यात्री रामदेवरा से दर्शन कर गाड़ियों से लौट रहे थे। रात्रि लगभग ग्यारह बजे सिवाना से मोकलसर के मध्य झुझानीनाड़ी के पास कृषि फॉर्म के आगे चलती बस की खिड़की से लगभग चार महीने की बच्ची गिर गई।
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25 किमी जाने के बाद चला पता
परिजनों को लगभग पच्चीस किमी दूर काठाड़ी जाने पर बच्ची के बस से गिरने के बारे में पता लगा। इधर बच्ची गिरते ही बुरी तरह से जख्मी हो गई और लगभग आधे घंटे तक जोर जोर से रोती रही। तभी हाइवे किनारे बच्ची के रोने की आवाज सुन कर किसान पांचाराम भील नींद से जागा। उसने घटनास्थल पर पहुंच कर जख्मी बच्ची को संभाला। उसके शरीर पर जगह-जगह जख्मों के निशान थे।
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सूचना के बाद पहुंची पुलिस:
जानकारी के मुताबिक पांचाराम ने बच्ची को कृषि फॉर्म पर लाकर देखभाल की और अहमदाबाद रहने वाले कृषि फॉर्म के मालिक को फोन पर सूचना दी। उन्होंने थानाधिकारी व विधायक हमीरसिंह भायल को फोन पर जानकारी दी। 108 एंबुलेंस से बच्ची को जख्मी हालत में सिवाना के सामुदायिक चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसका इलाज किया गया। मौके पर पहुंचे सहायक थानाधिकारी गंगाराम ने हाइवे पर सभी पुलिस चौकियों पर बच्ची के गाड़ी से गिरने की सूचना भिजवाने के बाद लगभग पौने घंटे बाद काठाड़ी पुलिस चौकी से सूचना प्राप्त हुई कि बच्ची के परिजन मिल गए हैं। पुलिस ने बच्ची को सही सलामत परिजनों के सुपुर्द किया। साथ ही परिजनों को यात्रा के दौरान बच्चों का विशेष ध्यान रखने व गाड़ी की खिड़की से बच्चों को हमेशा दूर रखने की हिदायत दी।
Source: Barmer News