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Rajasthan Assembly Election 2023 : गुड़ामालानी के विधायक और मंत्री हेमाराम चौधरी इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने को लेकर अड़े हुए है। उन्होंने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र भेजकर चुनाव नहीं लड़ने की बात दोहराई है।

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यह है हेमाराम के पत्र का मजमून
●मैं जीवन के ऐस पड़ाव पर हूूं, जहां मैं खुद को सक्रिय राजनीतिक जीवन के लिए पूरी तरह से समर्पित करने में असमर्थ हूं
●मेरे को पार्टी ने कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी थी, वैसे ही मेरा मानना है कि मुझे आने वाली पीढ़ी को मौका देना चाहिए
●प्रत्येक उम्रदराज नेता की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह युवा नेताओं को प्रेरित करें।
● इस अहसास के बावजूद चुनाव लड़ना जारी रखता हूं तो जनता और पार्टी के साथ अन्याय होगा
●आगामी चुनाव में प्रत्याशी की नहीं, बल्कि साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में ही हिस्सा लूंगा

पहले का घटनाक्रम
●एक साल से लगातार कह रहे मैं चुनाव नहीं लडूंगा
●गुड़ामालानी या अन्य विधानसभा से नहीं की दावेदारी
●सात दिन पहले कार्यकर्ताओं की बैठक में भी किया खुला मना

पहले भी ऐसा हुआ
●2008, 2013 और 2018 में भी हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से मना किया था लेकिन वे तीनों ही बार चुनाव लड़े है। ऐनसमय पर उनको राष्ट्रीय स्तर के नेतृत्व ने मना लिया।

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इस्तीफा भी दिया था
●हेमाराम ने विधायक चुने जाने के तुरंत बाद विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को अपना इस्तीफा भेज दिया था, जिसको स्वीकार नहीं किया गया।
●हेमाराम चौैधरी ने दूसरी बार इस्तीफा अपने काम नहीं होने की नाराजगी पर भेजा और गुड़ामालानी में धरने पर बैठे थे, जिसको स्वीकार नहीं किया गया।

हेमाराम नहीं तो फिर गुड़ामालानी से कौन?
●अब प्रश्न यह हैै कि हेमाराम चौधरी अडिग रहते हैै तो फिर गुड़ामालानी से किसे लड़ाया जा सकता है। यहां से पैनल में ताजाराम चौधरी का नाम है। हेमाराम चौधरी की बेटी सुनिता चौधरी के नाम के कयास भी गाहे-ब-गाहे लग रहे हैं, लेकिन हेमाराम ने इससे हमेशा इंकार किया है।

Source: Barmer News

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