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बाड़मेर. शहर में बुधवार को आंगनबाड़ी कोई तो बंद मिली तो किसी में कोई मासूम नहीं आया। कुछ में उपस्थिति काफी कम दिखी। सर्दी के कारण आंगनबाड़ी सहायिका और आशा सहयोगिनियों को बच्चों का इंतजार करना पड़ रहा है।

शहर के तेलियां के वास स्थित 23 (2) आंगनबाड़ी केन्द्र सुबह 11 बजकर 5 मिनट तक नहीं खुला था। वहीं 23(1) केंद्र में 11 बजकर 10 मिनट तक एक भी मासूम नहीं पहुंचा ।

कल्याणपुरा स्थित नाईयों के वास वार्ड 21 में 20 बच्चों में से केवल 6 ही आए और वार्ड 22 में लौहारों के वास में 16 में से एक भी बच्चा नहीं आया था। वार्ड संख्या 9 की आंगनबाडी में आठ में से केवल 4 बच्चे ही पहुंचे। वार्ड 10 की आंगनवाड़ी में 10 (1) में से केवल एक बच्चा ही आया तथा 10 (2) में सात में से केवल तीन बच्चे ही उपस्थित मिले।

गांधी नगर स्थित वार्ड 18 की आंगनबाडी में 10 में से केवल 3 बच्चे तथा नेहरु नगर स्थित 27 (1) केंद्र में 26 का नामांकन है लेकिन एक भी बच्चा नहीं आया।

और इधर…

कड़ाके की ठंड, सूर्यास्त से पहले लोग घरों में कैद

बालोतरा . शहर व क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस पर शाम होने से पहले ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। सुबह-शाम लोग अलाव जगाकर सर्दी से राहत पाने का जतन करते हैं।

आमजन की सुबह आठ बजे बाद ही दिन की शुरुआत होती है। दस बजे बाद लोग घरों से बाहर निकलते हैं। दिन भर कामकाम के बाद शाम पांच बजे बाद सर्दी बढऩे पर लोग घरों को लौटने शुरू होते हैं। शाम छह बजे बाद सड़कों, बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है।

मायलावास . मायलावास सहित क्षेत्र के गांवों में बुधवार को दिनभर कोहरे व ठंडी हवाओं पर लोग ऊनी वस्त्रों में ढके रहे। लोगों ने अलाव जगाकर सर्दी से राहत पाने का जतन किया। कड़ाके की ठण्ड पर फसलों में पाला पडऩे की संभावना पर किसान अधिक परेशान है।

Source: Barmer News

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