- कम मतदान वाले केन्द्रों पर विशेष फोकस
पश्चिमी सरहद से मतदान के संदेश के साथ सतरंगी सप्ताह का गुरुवार को आगाज हुआ। सरहदी गांव बाखासर से बाह्मणों की ढाणी तक कैमल मार्च के जरिए आमजन को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। बाखासर में रंगोली एवं बाह्मणों की ढाणी सीमा चौकी में बीएसएफ के जवानों के साथ केक काटकर मतदान का संदेश दिया।सप्ताह के पहले दिन चौहटन पंचायत समिति विकास अधिकारी राजेन्द्र जोईया एवं जिला स्वीप सहायक नोडल अधिकारी रामेश्वरी चौधरी के निर्देशन में गत विधानसभा में कम मतदान प्रतिशत वाले 18 मतदान केन्द्रों पर आमजन से रूबरू होकर मतदान की अपील की गई। इससे पहले बाखासर के बाजार में रंगोली के माध्यम से मतदान अवश्य करें, का संदेश दिया गया। बाखासर एवं भलगांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विकास अधिकारी ने ग्रामीणों से 25 नवंबर को मतदान को प्राथमिकता देते हुए सारे काम छोड़ कर पहले मतदान करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि चौहटन के भलगाव, लकड़ासर, मुलानी, जड़पा, हाथला गांवों में प्रवासी अधिक होने के कारण कई बार मतदान कम रहता है। इसके लिए प्रयास किया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक कर मतदान करवाया जाए।
सभी को करें जागरूक
जिला स्वीप टीम प्रभारी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि अपने आस पास के सभी लोगों मतदान के लिए जागरूक करना है तथा 25 नवंबर को लोकतंत्र के निर्माण में भागीदार बनाना है। उन्होंने आमजन से मजबूत लोकतंत्र के लिए अधिकाधिक मतदान करने की बात कही। इस अवसर पर अतिरिक्त विकास अधिकारी राणा राम, सहायक विकास अधिकारी हेमा राम, स्वीप टीम चौहटन प्रभारी नरपत सिंह सोढा, स्वीप टीम के राहुल सारण, बसंत कुमार सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
सप्ताह के दौरान कई आयोजन
बाड़मेर एवं बालोतरा जिले में जिला मुख्यालय से मतदान केन्द्रों तक स्वीप सतरंगी सप्ताह के पहले दिन विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह, ट्रांसजेंडर, विमुक्त, घुंमतू वर्ग के मतदाताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर कार्यालय में सेल्फी प्वाइंट स्थापित किया गया। यह आमजन के लिए खासा आकर्षण का केन्द्र रहा। जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण पुरोहित ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदाता तक मतदान का संदेश पहुंचाने के लिए 22 नवंबर तक सतरंगी सप्ताह आयोजित होगा। इसके तहत प्रतिदिन जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत तक मतदान जागरूकता से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके लिए प्रत्येक कार्यक्रम की थीम, स्लोगन और लक्षित वर्ग निर्धारित किए गए है। उन्होंने बताया कि इस दौरान विगत विधानसभा चुनाव में कम मतदान वाले केंन्द्रों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए के विशेष प्रयास होंगे। इसके लिए प्रत्येक कार्यक्रम के जिला, ब्लाक और ग्राम पंचायत स्तर एवं मतदान केन्द्रों तक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा स्वीप से जुड़े 21 विभागों की भागीदारी की इसमें भागीदारी रहेगी।
Source: Barmer News