प्रदेश की पिछली सरकार से लैपटॉप पाने की उम्मीद में सत्र दर सत्र बीत गए और सरकार चली गई लेकिन लैपटॉप नहीं मिले। यह व्यथा प्रदेश के 1 लाख 20 हजार विद्यार्थियों की है जो पूरे पांच साल लैपटॉप के इंतजार में रहे। अब नई सरकार आई है तो उन्हें उम्मीद है कि उनको लैपटॉप व टेबलेट अब तो मिलेंगे।
प्रदेश और जिले में पिछले पांच शिक्षा सत्र से मेधावी विद्यार्थी लैपटॉप और टेबलेट का इंतजार कर रहे हैं। लैपटॉप और टेबलेट बोर्ड परीक्षा में प्रतिभावान विद्यार्थियो को प्रोत्साहन के रूप में दिए जाते हैं। सरकार कक्षा 8, 10 और कक्षा 12 कला, विज्ञान, वाणिज्य सहित प्रवेशिका व वरिष्ठ उपाध्याय में 75 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को जिला व राज्य मैरिट के आधार पर लैपटॉप देती है।
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2019 के बाद न लैपटॉप मिला और ना टेबलेट
जिले के मेधावियों को वर्ष 2019 के बाद से लैपटॉप और टेबलेट नहीं मिले। विद्यार्थियों को इंतजार करते चार वर्ष बीत गए हैं। शिक्षा विभाग की ओर से अब तक प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। बताया जाता है कि अभी तक लैपटॉप और टेबलेट वितरण का कोई आंकड़ा शालादर्पण पर जारी नहीं हुआ है। शिक्षा निदेशालय की ओर से लैपटॉप और टेबलेट की संख्या के आधार पर पात्र विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। उसके बाद जिलेवार सूची जारी होती है। जिसके आधार पर लैपटॉप और टेबलेट का वितरण किया जाता है।
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टेबलेट खरीद प्रक्रिया जारी
राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले सत्र 2019-20 से लेकर 2023-24 तक टेबलेट वितरण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की थी। इसके आधार पर प्रदेश में वितरण किए जाने वाले टेबलेट की अनुमानित संख्या एक लाख बीस हजार नौ सौ है। टेबलेट की अनुमानित लागत 288.95 करोड़ रुपए आने की संभावना है। जैम पोर्टल खरीद प्रक्रिया जारी बताई जा रही है।
मेधावी विद्यार्थियों को मिलने चाहिए लैपटॉप
मेधावी विद्यार्थी लैपटॉप वितरण योजना पिछले 5 साल से अधरझूल में पड़ी है। मेधावी विद्यार्थियों की सूची बनी न ही लैपटॉप या टैबलेट मिले हैं। नई सरकार मेधावी विद्यार्थियों को अतिशीघ्र लैपटॉप या टैबलेट दे जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन में फायदा मिल सके।— बसंतकुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
Source: Barmer News