शहर के एक निजी स्कूल की ओर से सर्दियों की छुट्टियों में लगाई गई ऑनलाइन क्लास में अश्लील वीडियो चल गया। ऐसा दो-तीन दिन तक हुआ। इसमें स्कूल के आठवीं के कुछ छात्रों की कारस्तानी सामने आई। स्कूल प्रशासन ने चार-पांच छात्रों को उनके अभिभावकों व मोबाइल के साथ स्कूल बुलाया।
छात्रों के मोबाइल की जांच में चार छात्रों का सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बना हुआ था, जिसमें चारों छात्रों ने टीचर्स को परेशान करने के लिए अश्लील मैसेज करने और क्लास को किसी तरह बंद करने की चैट थी। छात्रों की इस हरकत से अभिभावक भी हक्के-बक्के रह गए। फिलहाल स्कूल ने आठवीं के इन चारों छात्रों को सस्पेंड कर दिया है। स्कूल प्रशासन कहना है कि यह सारी कारस्तानी मुख्यत: एक छात्र की थी। शेष तीनों छात्रों ने उसको अप्रत्यक्ष तौर पर सहयोग दिया था। चूंकि यह मामला नाबालिग छात्रों का है, इसलिए स्कूल का नाम नहीं लिखा जा रहा है। छात्रों की इस हरकत से उनके अभिभावक अनजान थे। जब स्कूल प्रशासन ने उनके लाडलों की यह हकीकत बताई।
छात्रों ने टेलीग्राम चैनल पर डाला क्लास का लिंक
तेज सर्दी के कारण कलक्टर ने 6 से 13 जनवरी तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया था। इस दौरान इस स्कूल ने गूगल मीट पर ऑनलाइन क्लास लेनी शुरू की। ऑनलाइन क्लास से परेशान चार छात्रों ने क्लास का लिंक एक टेलीग्राम चैनल पर शेयर कर दिया जो अश्लील चैनल था। टेलीग्राम चैनल से जुड़े यूजर्स ने कुछ ही देर में ऑनलाइन क्लास में अश्लील वीडियो शेयर कर दिया। टीचर ने सेशन खत्म कर दिया। बार-बार क्लास लेने के बावजूद अश्लील कंटेंट, फनी वीडियो और अश्लील मैसेज देखकर स्कूल प्रशासन जूम पर क्लास लेनी शुरू की, लेकिन शरारती छात्र ने जूम पर भी ऑनलाइन क्लास का लिंक शेयर कर दिया और उसमें भी अश्लील कंटेंट आने शुरू हो गए। इस दौरान ऑनलाइन क्लास में करीब 100 छात्र छात्राएं जुड़े हुए थे।
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माता-पिता को अपने बच्चों के ऑनलाइन कंटेंट देखने को सुपरवाइज करना पड़ेगा। साथ ही उसकी लिमिटेशन भी तय करनी होगी। उनको बच्चों के साथ बैठना भी चाहिए ताकि वे क्या कर रहे हैं, उनकी नजर में रहे।
-डॉ संजय गहलोत, मनोचिकित्सक, एमडीएम अस्पताल जोधपुर
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Source: Jodhpur