मंडोर उद्यान की सूरत बदलने के भले ही गत सरकार ने कई प्रयोग किए, लेकिन सरकार जाते ही अधिकारियों ने भी इस ओर ध्यान देना छोड़ दिया है। अधिकारियों का कहना है कि मंडोर उद्यान में बंदरों के आतंक के कारण लाइट एंड साउंड शो का प्रोजेक्टर टूट गया है। आर्टिफिशल झरने की सफाई लंबे समय से नहीं हो पाई है। वहीं स्वर उद्यान पर भी ताला लगा है। इसके चलते अब यहां आने वाले पर्यटक निराश होकर लौट रहे हैं।
जोधपुर की पहचान मंडोर उद्यान उपेक्षा का शिकार था। पिछली सरकार ने बजट में करीब पांच करोड़ रुपए का प्रावधान कर यहां कई नवाचार किए। लाइट एंड साउंड शो, आर्टिफिशयल झरना आकर्षण का केंद्र बन गया।
जेडीए के इलेक्ट्रिक विंग के अभियंता अभिषेक परिहार ने बताया कि प्रोजेक्टर को ठीक करवाकर जल्द ही लाइट एंड साउंड शो वापस शुरू किया जाएगा। आर्टिफिशियल झरने के लिए टैंक में पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन लंबे समय से सफाई नहीं होने के कारण वहां गंदा पानी एकत्रित हो गया है। टैंक की सफाई करवाकर इसे भी जल्द शुरू किया जाएगा।
रिपेयरिंग के लिए भेजा
स्वर उद्यान में कुल 7 इंस्ट्रूमेंट लगाए गए। जेडीए एक्सईएन ओमप्रकाश सोलंकी ने बताया कि बंदर साउंड इंस्ट्रूमेंट पर कूद गए थे। इसके चलते एक साउंड इंस्ट्रूमेंट टूट गया। रपेयरिंग करवाने के लिए भेजा गया है।
Source: Jodhpur