जोधपुर।
जालोर की भीनमाल थाना पुलिस ने निम्बावास गांव में प्रतिबंधित नशे की 45960 गोलियां जब्त कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इनसे मिले सुराग के आधार पर पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर ने सूरसागर थानान्तर्गत गेंवा बाइपास पर पोसिस की एक दुकान और विवेक विहार थाना पुलिस ने मोगड़ा में एक दुकान से 6,46,700 नशीली गोलियां जब्त की। प्रमुख सप्लायर और एक फार्मासिस्ट सहित तीन आरोपी फरार हो गए।
दरअसल, जालोर पुलिस को भीनमाल थानान्तर्गत निंबावास गांव में एक व्यक्ति के पास प्रतिबंधित नशीली दवाइयों की खेप होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने निंबावास निवासी छगनाराम के मकान में दबिश दी। तलाशी लेने पर प्रतिबंधित 45960 नशीली गोलियां जब्त की गईं। एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर निंबावास निवासी छगनाराम पुत्र भावाराम चौधरी को गिरफ्तार किया गया।जब्त गोलियों की कीमत 1 करोड़ 83 लाख 84 हजार रुपए आंकी गई है।
पूछताछ में सामने आया कि वह जोधपुर में रामसागर की अशोक कॉलोनी निवासी सुरेश भार्गव से यह दवाइयां लेकर आया था। तब उसकी तलाश में जालोर पुलिस जोधपुर आई। सूरसागर थाना पुलिस के सहयोग से अशोक कॉलोनी निवासी सुरेश पुत्र मांगीलाल भार्गव को पकड़ा और जालोर ले गई। उसने सूरसागर थानान्तर्गत गेंवा बाइपास स्थित मां आशापुरी पोसिस नामक एक गोदाम में नशीली दवाइयों की भारी खेप होने की जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजेश कुमार यादव ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) निशांत भारद्वाज के निर्देशन में सूरसागर थानाधिकारी मांगीलाल के नेतृत्व में पुलिस ने मां आशापुरी पोसिस नामक कारखाने में दबिश दी, जहां एक कमरा बना नजर आया। उसमें छुपाकर रखी 41 कार्टन में भरी प्रतिबंधित ट्रेमाडोल की 6,45,200 गोलियां जब्त की गईं। यह कारखाना सालावास निवासी महिला का है और उसने इन्द्रा कॉलोनी निवासी योगेन्द्र पुत्र माणकचंद चौहान को किराए पर दे रखा था। पुलिस कार्रवाई का पता लगते ही योगेन्द्र चौहान फरार हो गया। उसका मामा किशनलाल भी फरार है। मौके से लोडिंग टैक्सी जब्त की गई है। औषधी नियंत्रण अधिकारी आशीष गज्जा मौके पर पहुंचे और दवाइयों के नशीली होने की पुष्टि की। सूरसागर थाने में मामा किशनलाल व भांजे योगेन्द्र चौहान के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। जब्त गोलियों की कीमत दो करोड़ रुपए आंकी गई है।
दवाइयों की दुकान से 15 सौ गोलियां जब्त
भीनमाल में पुलिस के हत्थे चढ़ने वाले छगनाराम व सुरेश भार्गव से पूछताछ में मोगड़ा स्थित गुरु कृपा मेडिकल स्टोर में नशीली गोलियां होने की सूचना मिली। विवेक विहार थानाधिकारी जितेन्द्रसिंह के नेतृत्व में पुलिस ने दुकान में दबिश दी, जहां से 15 सौ गोलियां मिली। एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर नशीली दवाइयां जब्त की गईं। दुकान संचालक महेन्द्र पटेल मौजूद न होने से फरार हो गया। दुकान पर छोटा भाई ही मौजूद था।
पोसिस कार्य के साथ नशीली गोलियां बेचने लगे
पुलिस का कहना है कि इन्द्रा कॉलोनी निवासी योगेन्द्र चौहान गेंवा बाइपास पर मां आशापुरी पोसिस नामक कारखाने में सोफे व गद्दे बनाए जाने का कार्य करता है। उसका मामा किशनलाल चौहान दवाइयों का काम भी करता है। उसके साथ वह भी नशे की दवाइयां बेचने में शामिल है। किशनलाल ने ही पोसिस कारखाने के कमरे में 6,45,200 नशीली गोलियां रखवाईं थी। जो फरार है। जब्त गोलियों पर मैन्यूफैक्चरिंग और मार्केटिंग देहरादून में होने का उल्लेख है।
Source: Jodhpur