लोकसभा चुनावों में मंगलवार को होली के बाद चुनावों की रंगत रोमांच में तब्दील हो गई। कांग्रेस और भाजपा के दो प्रत्याशियों के बीच में शिव से निर्दलीय विधायक रविन्द्रसिंह भाटी ने ताल ठोक दी है। त्रिकोणीय संघर्ष की पृष्ठभूमि तैयार होते ही अब चुनावों को लेकर दिलचस्पी बढ़ गई है। इधर, बाड़मेर की निर्दलीय विधायक डा. प्रियंका चौधरी भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर लौटी है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रभा चौधरी ने जयपुर में भाजपा ज्वाइन कर ली है। जैसलमेर के कांग्रेसी परिवार गोवद्र्धन कल्ला के बेटे हरिवल्लभ कल्ला ने भी भाजपा ज्वाइन कर ली है।
मैने अपना सबकुछ दांव लगा दिया, अब आपकी जि म्मेवारी- रविन्द्र
बाड़मेर के आलोक आश्रम में हुई सर्वसमाजक की बैठक में शिव से निर्दलीय विधायक रविन्द्रङ्क्षसह भाटी ने लोकसभा का चुनाव निर्दलीय लडऩे का ऐलान किया। रविन्द्रसिंह ने कहा कि मैं कुछ नहीं हूं,एक साधारण परिवार से निकलकर युनिवर्सिटी का चुनाव जीता और छात्रों के लिए काम किया। विधानसभा चुनावों में सब लोगों ने मेरे पर विश्वास किया और आशीर्वाद दिया तो एमएलए बना। तीन महीने के इस कार्यकाल में विधानसभा के सदन पर क्षेत्र की बात रखी। बिना किसी भेदभाव के कार्य किया। विधानसभा चुनावों के बाद में लोकसभा चुनाव आए तो पार्टियों ने मेरे को बुलाकर पूछा कि अब क्या निर्णय है? मैने बता दिया कि मेरा फैसला जनता करेगी। मैं जनता के बीच आ गया हूं।अब तक सभी ने यही कहा है कि आप हमारी बात रखने के लिए चुनाव लड़े। क्षेत्र बड़ा है। 2600 बूथ, 21 लाख वोट और अब केवल एक महीना है। यदि सभी साथ देकर कार्य करेंगे तो निर्णय लूंगा। इसके बाद रविन्द्र ने कहा कि मैने अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया है। अब आपकी जिम्मेदारी है। साथ ही यह भी कहा कि लोकसभा चुनावों में किसी तरह की विवादित टीका टिप्पणी न करे और अनुशासित चुनाव लड़ेंगे तो ही मैं तैयार हूं। उन्होंने इसके बाद घोषणा की कि मैं 4 अप्रेल को नामांकन दाखिल करूंगा। मेरे जीवन में रिवर्स गैर नहीं है, अब तय कर लिया है तो मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
Source: Barmer News