अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. शिक्षा विभाग से शारीरिक शिक्षक रिटायर्ड तेजराजसिंह चौहान (जब्सा, उम्र ६७ वर्ष)। राष्ट्र के प्रति दीवानगी एेसी हैं कि वे पिछले कई वर्षों से २६ जनवरी व १५ अगस्त जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर लोगों के सीने पर खुद के पैसे तैयार करवाए गए बैज लगाते हंै। इस बार भी उन्होंने ११ हजार बैज अपने पैसों से तैयार करवाए हैं, जो उम्मेद राजकीय स्टेडियम में प्रवेश करने वाले हरेक कर्मचारी, अधिकारी व विद्यार्थी के सीने पर लगाएंगे। इसके लिए बाकायदा जब्सा को जिला प्रशासन की ओर से भी विशेष आमंत्रण दिया जाता है।
इससे पूर्व शहर भर में विभिन्न चौराहे व कार्यालयों में जाकर जब्सा सभी के तिरंगा बैज लगा रहे हैं। हालांकि जब्सा गणतंत्र दिवस के दो दिन पूर्व से ही शिक्षा विभाग, अस्पताल, पुलिस चौकी, सडक़ पर व पेट्रोल पंप के पास खड़े होकर भी लोगों के तिरंगा बैज लगाते हैं। जब्सा ने बताया कि आज से ८ साल पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम वल्र्ड विजेता रहीं थी तब रवि शास्त्री तिरंगा लेकर मैदान पर दौड़े थे,ये नजारा देख वे बहुत गौरान्वित हुए और प्रभावित भी। इसके बाद उन्होंने ठान लिया कि वे हरेक लोगों के तिरंगा बैज लगाएंगे।
जब्सा ने कहा कि उनका मानना हैं कि जिस तरह आध्यात्मिकता का प्रचार-प्रसार होता है, उसी तरह राष्ट्रभक्ति का प्रचार-प्रसार भी जरूरी है, देशभक्ति जगेगी तो लोगों में मानवता जागेगी। जब्सा का कहना हैं कि जब तक वे जिंदा रहेंगे, तब तक इसी तरह राष्ट्र प्रेम निभाते रहेंगे। १५ अगस्त और २६ जनवरी पर इस तरह लोगों के बैज लगाना अब उनके लिए जुनून बन गया है। जब्सा ने इस बार १५ हजार रुपए खर्च कर बैज तैयार करवाए हैं।
दो माह पूर्व हुआ फ्रेक्चर, लेकिन राष्ट्र प्रेम जाग उठा
जब्सा के दो माह पूर्व पांव में फ्रेक्चर हो गया, उनके पांव में अभी भी दर्द है। २६ जनवरी नजदीक आते-आते जब्सा में बैज लगाने की दीवानगी सिर चढक़र बोलने लगी। इस पर उन्होंने अपने मित्र आयकर कार्यालय से रिटायर्ड अधीक्षक तेजसिंह गहलोत को साथ लेकर शहर भर में लोगों के बैज लगाने शुरू कर दिए। जब्सा बैज लगाने के बाद बाकायदा हाथ मिलाते हुए उनका अभिवादन भी करते हैं।
Source: Jodhpur