बाड़मेर. बायतु विधायक व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर भारत-पाक सीमा से सटे राज्यों में इस वर्ष हो रहे टिड्डी प्रकोप को इसकी भयावहता एवं नुकसान को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग की।
उन्होंने लिखा है कि विश्व के 20 देश टिड्डी प्रकोप से प्रभावित हैं, सोमालिया और पाकिस्तान ने टिड्डी समस्या को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। राजस्थान, पंजाब, गुजरात राज्य इससे बहुत ज्यादा प्रभावित है।
राजस्थान में इस वर्ष मार्च 2019 से टिड्डी दलों का भंयकर प्रकोप शुरू हुआ था, जो अभी तक जारी है। वर्तमान में राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, पाली सहित 12 जिलों में टिड्डी दलों ने बड़ी तादाद में फसलों को नष्ट किया है, इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। किसानों में भय व चिंता का माहौल है, बाड़मेर जिले में दो किसानों की सदमे से मौत हो गई है।
राजस्व मंत्री ने पत्र में लिखा है कि टिड्डी दलों ने कई किलोमीटर के दायरे में एक साथ खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
भयावहता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि राजस्थान में 3.52 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी दलों का उपचार किया गया है।
लेकिन टिड्डी दलों का आना अभी भी जारी है। एक टिड्डी दल एक दिन में 2500 व्यक्तियों अथवा 10 हाथियों के खाने जितना अनाज खा लेता है।
इसलिए शीघ्र ही इस पर पूर्ण नियंत्रण नहीं किया गया तो ये टिड्डी दल अन्य पड़ोसी राज्यों की तरफ भी जा सकती है। किसानों की खरीफ की फसल चौपट हुई। वहीं अभी रबी की तैयार फसल भी टिड्डी प्रकोप से नष्ट हो रही हंै।
Source: Barmer News