बालोतरा.
अनार के भावों में एक बार फिर से बढ़ोतरी से जिले के किसानों के मुरझाए चेहरे खिलखिला उठे हैं। थार अनार के चटक लाल रंग,अच्छी गुणवत्ता से मारवाड़ की अनार व्यापारियों की पहली पसंद बनी हुई है। इस पर प्रति किलो 15 से 20 रुपए की बढ़ोतरी पर किसान बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं।
2010 में सर्व प्रथम गांव बुड़ीवाड़ा, जागसा में किसानों ने अनार की खेती की थी, इनकी मेहनत पर अनार के बगीचों के खूब फलने-फूलने, भरपूर पैदावार व अच्छी कीमत मिलने पर सरहदी जिले के एक से दूसरे छोर के किसानों की यह पहली पसंद बन गई है। इस पर आज जिले के सैकड़ों गांवों में हजारों हैक्टेयर में अनार के बगीचे लगे हुए हैं। नए वर्ष की शुरुआत के साथ आई पैदावार पर इनकी बिक्री शुरू हुई थी, जो इन दिनों जारी है।
भावों में उछाल, किसानों के चेहरे चमके- इस वर्ष एक पखवाड़ा पहले अनार के भावों में आई बढ़ोतरी से जिले के हजारों किसानों के चेहरे खुशी से चमक उठे हंै। पखवाड़ा पूर्व प्रति किलो अनार के भाव 30 से 35 रुपए थे, जो अब बढ़कर 55 से 60 रुपए हो गए हंै। प्रति किलो 20 से 25 रुपए किलो हुई बढ़ोतरी पर किसानों के चेहरे खुशी से खिलखिला उठे हैं। गत वर्ष अनार प्रति किलो न्यूनतम 25 रुपए व अधिकतम 40 रुपए बिकने पर किसान कर्जदार हो गए थे।
चटक लाल रंग व गुणवत्ता में बढि़या – होलसेल अनार कारोबारियों के अनुसार थार के अनार का चटक लाल रंग व इसकी अच्छी गुणवत्ता ही इसकी खास पहचान है। इस पर हर कई मांग अधिक रहती है। बांग्लादेश में अनार पैदावार नहीं होने पर इसकी मांग अधिक रहती है। गुजरात के लाखणी क्षेत्र में अनार की उपज पूरी होने, भुज क्षेत्र में 15 फरवरी बाद उपज आने व इन दिनों अन्य कहीं अनार की उपज नहीं होना भी कारोबारी इसकी वजह होना बता रहे हैं। बांग्लादेश में अनार की मांग के चलते बाड़मेर से अब अनार वहां जहां रही है, जिसके चलते भी अनार के दाम बढ़े हैं।
Source: Barmer News